बेंगलुरु, 7 जुलाई (आईएएनएस)। अप्रैल-जून की अवधि में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में फंडिंग 33 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 6.9 बिलियन डॉलर हो गई, जो इस साल की पहली तिमाही में 10.3 बिलियन डॉलर थी। गुरुवार को एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है।डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रेक्सन टैक्न ॉलोजीस के अनुसार, दूसरी तिमाही में, 121 नए स्टार्टअप ने अपना पहला फंडिंग राउंड बंद कर दिया, चार स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन गए। 62 स्टार्टअप्स का अधिग्रहण हो गया और पांच ने अपने आईपीओ दाखिल किए।
भारतीय स्टार्टअप्स ने 409 फंडिंग राउंड में दूसरी तिमाही में 6.9 बिलियन डॉलर जुटाए और शीर्ष स्टार्टअप्स वर्से (805 मिलियन डॉलर), डेल्हीवरी (304 मिलियन डॉलर) और उड़ान (275 मिलियन डॉलर) थे।
उनके बाद शेयरचैट (255 मिलियन डॉलर) और अपग्रेड (225 मिलियन डॉलर) का नंबर आया।
रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु, दिल्ली और मुंबई सबसे अधिक निवेश आकर्षित करने वाले शीर्ष शहर हैं।
ट्रैक्सन की सह-संस्थापक नेहा सिंह ने कहा, हमारा उद्देश्य उद्योग के हितधारकों को पारिस्थितिकी तंत्र की प्रमुख अंतर्²ष्टि देना है जो व्यापार निर्णय लेने में मदद करेगा जो व्यापक बाजार खुफिया और गहन शोध और डेटा विश्लेषण द्वारा समर्थित है।
लीडस्क्वेयर, पर्पल, फिजिक्सवाला और ओपन के नए यूनिकॉर्न बनने के साथ, यूनिकॉर्न का कुल मूल्यांकन दूसरी तिमाही में 31.8 बिलियन डॉलर तक बढ़ गया।
बाहर निकलने के संबंध में, जबकि ईमुद्रा, डेल्हीवरी, हैंडीक्राफ्ट्स विलेज, एटी ज्वैलर्स और वेरंडा लनिर्ंग सॉल्यूशंस ने आईपीओ के लिए दायर किया, ब्लिंकिट (बाय जोमैटो), व्हाइटटीक (एशियन पेंट्स (NS:ASPN) द्वारा) और माईएचक्यू (बाय एनारॉक) दूसरे में शीर्ष अधिग्रहण थे।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि सोशल प्लेटफॉर्म, इंटरनेट फस्र्ट मीडिया, पेमेंट्स, ब2 बी ई-कॉमर्स और ई-कॉमर्स एनेबलर्स अप्रैल और जून के बीच निवेशकों से सबसे अधिक फंडिंग प्राप्त करने वाले शीर्ष क्षेत्र हैं।
दूसरी तिमाही में कुल फंडिंग में भी पिछले साल की समान तिमाही (2021 की दूसरी तिमाही) की तुलना में गिरावट देखी गई, जहां कुल फंड 10.1 बिलियन डॉलर थी।
--आईएएनएस
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