नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत जी20 के भारत के नए शेरपा के रूप में कार्यभार संभाल सकते हैं।वह केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की जगह पूर्णकालिक शेरपा के रूप में लेंगे क्योंकि भारत 1 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक जी -20 अध्यक्षता करेगा।
एक शेरपा को देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाली बैठकों के लिए बहुत समय देना होता है।
दूसरी ओर, गोयल के हाथ में अन्य महत्वपूर्ण कार्य हैं जैसे राज्यसभा के नेता के रूप में सेवा करना और वाणिज्य और उद्योग, कपड़ा, और उपभोक्ता मामले, खाद्य और नागरिक आपूर्ति जैसे अपने महत्वपूर्ण मंत्रालयों में काम संभालना।
शेरपा होने के नाते, गोयल की विदेश यात्रा संसद सत्र के दौरान प्रभावित होगी और वह यूके और यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता पर ध्यान केंद्रित करना चाहेंगे।
यूके और यूरोपीय संघ बड़े बाजार हैं और एफटीए के परिणामस्वरूप उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा जिसके परिणामस्वरूप कपड़ा, चमड़ा, रत्न और अन्य क्षेत्रों में बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होंगी। यूके एफटीए उन्नत चरणों में है।
गोयल ने विषम समय क्षेत्रों की परवाह किए बिना संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ऑस्ट्रेलिया के साथ एफटीए वार्ता का नेतृत्व किया।
विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में एक योग्य चार्टर्ड एकाउंटेंट, गोयल के मार्गदर्शन की भी आवश्यकता है क्योंकि कुछ देश भारत को महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर समझौता करने की कोशिश कर सकते हैं।
ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के एफटीए कपड़ा, चमड़ा, रत्न और आभूषण जैसे भारत के श्रम प्रधान क्षेत्रों के लिए गेम चेंजर साबित होंगे, जिससे कारीगरों, बुनकरों, किसानों को मदद मिलेगी और छोटे शहरों में लाखों नौकरियां पैदा होंगी। यहां मंत्री की विशेषज्ञता की जरूरत है।
डब्ल्यूटीओ में भी मंत्री के मार्गदर्शन की जरूरत होती है। भारत ने पिछले महीने विश्व व्यापार संगठन की मंत्रिस्तरीय बैठक में देश के लिए अब तक का सबसे अच्छा परिणाम हासिल किया।
--आईएएनएस
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