खरगोन/इंदौर, 29 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के खरगोन की लाल मिर्ची की पहचान पूरी दुनिया में है। अब बिजली की बढ़ी उपलब्धता ने इसे और सुर्ख बना दिया है और इस कारोबार से जुड़े लोगों को अब दाम भी अच्छे मिलने लगे हैं। इंदौर संभाग का खरगोन जिला सुर्ख लाल एवं तीखी मिर्च के लिए पूरे एशिया में जाना जाता है। एशिया की सबसे बड़ी मिर्च मंडी भी खरगोन जिले के बेड़िया ग्राम में लगती है। यहां देश-विदेश के लिए मिर्च खरीदी जाती है। मिर्च संबंधी काम यहां वर्ष भर चलता है।
बेड़िया में रहने वाले युवा उद्यमी दीपांशु पटेल ने बताया कि हम अच्छी क्वालिटी की मिर्च को पहले पसंद करते हैं। इसके बाद मिर्च की सफाई और पिसाई कर इसे पैक किया जाता है। उनके कारोबार की वृद्धि में बिजली बड़ी मददगार बनी है। फीडर सेपरेशन के बाद गांव में बिजली पर्याप्त वोल्टेज के साथ 24 घंटे मिलने से हमें उद्योग चलाने में आसानी होती है। आमदनी भी संतोषजनक हो रही है।
खरगोन जिले की प्रत्येक तहसील में मिर्च का उत्पादन होता है। मिर्च के पौधे की देखभाल, कीटों से बचाव, खाद, पानी देने के लिए समय पर बिजली की जरूरत होती है। खरगोन जिले में किसानों को प्रतिदिन 10 घंटे बिजली दी जा रही है। नौ से दस माह की मिर्च फसल के लिए लगभग 50 बार सिंचाई करनी होती है। इससे अन्य फसलों के साथ ही खरगोन की ख्याति प्राप्त एवं किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने वाली मिर्च की फसल भी प्रमुखता से शामिल है। इस क्षेत्र की खड़ी लाल सुर्ख मिर्च 50 से लेकर 175 रूपए किलो तक बिकती है।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि उपभोक्ताओं को केंद्र और राज्य शासन की सभी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इससे उनके जीवन में काफी बदलाव आया है। कृषि और लघु उद्योग के क्षेत्र में भी बिजली कंपनियां उद्यमियों को लाभान्वित कर रही हैं। उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य आयोजन में आजादी के अमृत महोत्सव के साथ ही ऊर्जा क्षेत्र के महत्व और उपलब्धियों की जानकारी भी दी जा रही है।
मप्र पक्षेविविकं इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि उच्च दाब, किसान, गैर घरेलू, घरेलू सभी तरह के उपभोक्ताओं को शासन की सभी योजनाओं का पात्रता अनुसार लाभ दिया जा रहा है। गृह ज्योति योजना से लगभग 95 फीसदी ग्रामीण उपभोक्ता लाभान्वित हो रहे हैं। शासन की किसान हितैषी योजनाओं से भी मालवा-निमाड़ के 13 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं को आर्थिक मदद प्राप्त हो रही है।
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