चेन्नई, 16 अगस्त (आईएएनएस)। मूडीज एनालिटिक्स ने एशिया पैसिफिक (एपीएसी) क्षेत्र पर हाल की एक रिपोर्ट में कहा है कि 2024 के अंत तक वैश्विक तेल की कीमतें लगभग 70 डॉलर प्रति बैरल तक गिरने की उम्मीद है।रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद जून में तेल की कीमतों में 120 डॉलर प्रति बैरल की वृद्धि और अगस्त में मूडीज एनालिटिक में 100 डॉलर प्रति बैरल तक गिरने की ओर इशारा करते हुए मूडीज एनालिटिक ने कहा, यह प्रवृत्ति जारी रहेगी। हमें उम्मीद है कि अगले साल के अंत तक कच्चे तेल की कीमतें लगभग 70 डॉलर प्रति बैरल तक गिर जाएंगी।
मूडीज एनालिटिक्स ने कहा, एपीएसी क्षेत्र के बड़े तेल आयातकों, विशेष रूप से सिंगापुर और हांगकांग के लिए, इससे कीमतों का दबाव कम होगा।
मूडीज एनालिटिक्स के अनुसार, एपीएसी क्षेत्र के लिए तेल की कीमतों में वृद्धि का प्रभाव विविध रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, थाईलैंड, जापान, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर जैसे शुद्ध ऊर्जा आयातकों के लिए, घरेलू ऊर्जा बिलों में तेजी से वृद्धि हुई है। लेकिन इस क्षेत्र के प्रमुख ऊर्जा निर्यातकों, इंडोनेशिया, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया के लिए, घरों को अधिक आश्रय दिया गया है।
लेकिन कोयले और प्राकृतिक गैस की कीमतें लगातार ऊंची बनी हुई हैं।
जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान और चीन सहित एपीएसी क्षेत्र के बड़े तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयातक, विशेष रूप से चिपचिपी कीमतों की चपेट में हैं।
मूडीज एनालिटिक्स ने कहा कि इसी तरह, कोयले की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ, भारत, पाकिस्तान और वियतनाम सहित बड़े आयातक अपनी जरूरत के लिए अधिक भुगतान कर रहे हैं।
इंडोनेशिया और मलेशिया इस क्षेत्र के बड़े तेल निर्यातक हैं। कच्चे तेल की ऊंची कीमतों ने दोनों को निर्यात मूल्य में वृद्धि दी है।
मूडीज एनालिटिक्स ने कहा कि इसके विपरीत, दक्षिण कोरिया और जापान जैसे ऊर्जा आयातकों ने अपने आयात की कीमतों में उनके निर्यात की तुलना में कहीं अधिक उछाल देखा है, जिसके परिणामस्वरूप उनके व्यापार की शर्तो में गिरावट आई है।
उच्च आयात लागत क्षेत्र की प्रमुख मुद्राओं पर नीचे की ओर दबाव डाल रही है, अमेरिका के साथ बढ़ते ब्याज दर अंतर से कमजोरी को बढ़ा रही है।
--आईएएनएस
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