बेंगलुरू, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। एजीई हेल्थकेयर, एक प्रमुख वैश्विक चिकित्सा प्रौद्योगिकी, डायग्नोस्टिक्स और डिजिटल सॉल्यूशंस इनोवेटर, जीई हेल्थकेयर ने मंगलवार को अपनी पहली मेड इन इंडिया, एआई-पावर्ड कैथ लैब - ऑप्टिमा आईजीएस 320 लॉन्च करने की घोषणा की।
कंपनी की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि विप्रो (NS:WIPR) जीई हेल्थकेयर के बेंगलुरु में पीएलआई (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) योजना के तहत लॉन्च की गई नई फैक्ट्री में निर्मित ऑप्टिमा आईजीएस 320 पहली न्यूरल नेटवर्क-आधारित इंटरवेंशनल इमेज चेन है।
विप्रो जीई हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक डॉ श्रवण सुब्रमण्यम ने कहा: हमारा मिशन स्वास्थ्य देखभाल से स्वस्थ उम्र बढ़ने की ओर बढ़ना है और इसे भविष्य कहनेवाला, निवारक, व्यक्तिगत दवा के साथ पूरा किया जा सकता है। रोगी प्रोफाइल की बढ़ती जटिलता और रोग के पैटर्न में बदलाव कर रहा है। व्यक्तिगत देखभाल की आवश्यकता और भी अधिक महत्वपूर्ण है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समाधानों में रोगी देखभाल मार्ग को बदलने की क्षमता है।
हमारे मेड इन इंडिया एआई-सक्षम कैथ लैब के साथ, हमारा उद्देश्य हृदय रोग विशेषज्ञों और रोगियों को अनुकूलित उपचार प्रोटोकॉल और उपचारों के साथ समर्थन करने के लिए बुद्धिमान इमेजिंग ड्राइव करना है और पूरे भारत में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच को सक्षम करना है।
ऑप्टिमा आईजीएस 320 में इंटरवेंशनल इमेजिंग सॉफ्टवेयर की नई पीढ़ी नैदानिक बहुमुखी प्रतिभा को अधिक सटीकता के साथ परिष्कृत गैर-इनवेसिव प्रक्रियाओं का मार्गदर्शन करने में सक्षम बनाती है। ऑटोराइट के साथ आम तौर पर जटिल प्रक्रिया को स्वचालित करने से हस्तक्षेप करने वालों पर बोझ कम करने में मदद मिलती है और प्रक्रिया पर उनका ध्यान बढ़ सकता है।
श्रीकांत सूर्यनारायणन, हेड-इमेजिंग, जीई हेल्थकेयर साउथ एशिया ने कहा: इस इंडस्ट्री-फस्र्ट कैथ लैब में इंटरवेंशनल इमेजिंग सॉफ्टवेयर की एक नई पीढ़ी है जो नैदानिक बहुमुखी प्रतिभा को अधिक सटीक और कम जोखिम के साथ परिष्कृत, गैर-इनवेसिव प्रक्रियाओं का मार्गदर्शन करने में सक्षम बनाती है। हमारे उद्देश्य हस्तक्षेप करने वालों पर बोझ को कम करना है, प्रक्रियाओं पर उनका ध्यान बढ़ाना है, ताकि वे रोगियों के इलाज के लिए अपनी नैदानिक विशेषज्ञता लाने के लिए हर सेकंड का उपयोग कर सकें।
--आईएएनएस
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