नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। आधार अपनाने और उपयोग करने में वृद्धि दर्ज की गई है, सितंबर महीने के दौरान 25.25 करोड़ ई-केवाईसी लेनदेन आधार के माध्यम से किए गए- अगस्त की तुलना में इस तरह के लेनदेन में लगभग 7.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।एक ई-केवाईसी लेनदेन केवल आधार धारक की स्पष्ट सहमति से किया जाता है, और भौतिक कागजी कार्रवाई, और केवाईसी के लिए व्यक्तिगत सत्यापन करना होता है। आईटी मंत्रालय के अनुसार, आधार ई-केवाईसी सेवा बेहतर और पारदर्शी ग्राहक अनुभव और व्यवसाय करने में आसानी प्रदान करके बैंकिंग और गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आधार के माध्यम से अब तक ई-केवाईसी लेनदेन की संचयी संख्या सितंबर 2022 के अंत तक बढ़कर 1,297.93 करोड़ हो गई है।
इसी तरह, आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) आय पिरामिड के निचले भाग में वित्तीय समावेशन का एक प्रवर्तक रहा है। कुल मिलाकर, सितंबर 2022 के अंत तक अब तक एईपीएस और माइक्रो एटीएम के नेटवर्क के माध्यम से 1,549.84 करोड़ अंतिम बैंकिंग लेनदेन संभव हो चुके हैं। अकेले सितंबर में, पूरे भारत में 21.03 करोड़ एईपीएस लेनदेन किए गए। सितंबर में आधार के जरिए 175.41 करोड़ प्रमाणीकरण लेनदेन किए गए।
इनमें से अधिकांश मासिक लेनदेन फिंगरप्रिंट बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का उपयोग करके किया गया था, इसके बाद जनसांख्यिकीय और ओटीपी प्रमाणीकरण किया गया। अब तक, संचयी रूप से 8,250.36 करोड़ प्रमाणीकरण लेनदेन सितंबर 2022 के अंत तक पूरे किए जा चुके हैं, यह दर्शाता है कि आधार अपने घोषित ²ष्टिकोण के साथ कितना ईमानदार है। आधार संतृप्ति अब भारत की वयस्क आबादी के बीच सार्वभौमिक है। सितंबर के अंत तक सभी आयु समूहों में, आधार संतृप्ति 93.92 प्रतिशत थी।
सितंबर महीने के दौरान, निवासियों ने 1.62 करोड़ से अधिक आधारों को सफलतापूर्वक अपडेट किया, जबकि अगस्त में इस तरह के 1.46 करोड़ अपडेट किए गए थे। कुल मिलाकर, अब तक (सितंबर के अंत में) 66.63 करोड़ से थोड़ा अधिक आधार नंबर निवासियों के अनुरोधों के बाद सफलतापूर्वक अपडेट किए गए हैं।
यह अद्यतन अनुरोध जनसांख्यिकीय के साथ-साथ भौतिक आधार केंद्रों पर और ऑनलाइन आधार प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किए गए बायोमेट्रिक अपडेट से संबंधित हैं।
--आईएएनएस
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