मॉस्को, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। तास समाचार एजेंसी ने बताया कि भारत प्रसंस्करण और पुन: निर्यात के उद्देश्य से रूसी गेहूं की खरीद फिर से शुरू करने पर विचार कर रहा है।आरटी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कथित तौर पर भारत के लिए अपने स्वयं के निर्यात को बढ़ाने के तरीके के रूप में देखा जाता है।
सूत्रों के अनुसार, नई दिल्ली (भारत) ने पहले यूक्रेन, रूस और ऑस्ट्रेलिया से गेहूं खरीदा था, लेकिन वर्तमान में अनाज का आयात बंद कर दिया है। कहा जाता है कि खरीद को रोकने के फैसले का मौजूदा सैन्य संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं था।
सूत्रों ने तास को बताया, 2018 से भारत ने घरेलू उत्पादकों का समर्थन करने के लिए राष्ट्रीय निर्यात और तेजी से सीमित कृषि आयात को बढ़ावा देने के लिए एक राज्य कार्यक्रम शुरू किया। तब से गेहूं और पीले मटर के आयात को पूरी तरह से रोक दिया था।
भारत कथित तौर पर रूसी गेहूं को आटा और पास्ता जैसे अन्य सामानों में संसाधित करने और उन्हें पड़ोसी देशों को फिर से बेचने के लिए देश में संयुक्त उद्यम स्थापित करना चाहता है।
आउटलेट के अनुसार, यह रूस में निर्मित सामानों का आयात भी कर सकता है जो भारतीय खुदरा विक्रेताओं द्वारा ऑर्डर किए जाते हैं।
सूत्र ने एजेंसी को बताया कि 2017-2018 के वित्तीय वर्ष में, भारत द्वारा आयातित गेहूं की कुल मात्रा 364.5 मिलियन डॉलर थी। इसमें रूस का हिस्सा 86.87 मिलियन डॉलर था, जबकि यूक्रेन और ऑस्ट्रेलिया का हिस्सा संबंधित 148.93 मिलियन डॉलर और 125.63 मिलियन डॉलर था।
--आईएएनएस
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