नई दिल्ली, 27 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार की योजना 2022-23 में पेट्रोल के साथ 12 प्रतिशत इथेनॉल सम्मिश्रण हासिल करने की है। लक्ष्य की प्रगति की समीक्षा के लिए खाद्य और सार्वजनिक वितरण के साथ-साथ पेट्रोलियम मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारियों ने सोमवार को बैठक की।बैठक में दोनों मंत्रालयों और तेल विपणन कंपनियों के सचिव और फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) के अध्यक्ष भी उपस्थित थे।
सूत्रों ने कहा कि इथेनॉल उद्योग ने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त इथेनॉल की आपूर्ति करने का भरोसा दिखाया है।
इथेनॉल (जिसे एथिल अल्कोहल या अल्कोहल भी कहा जाता है) एक जैव ईंधन है। यह स्वाभाविक रूप से चीनी के उबाल द्वारा बनाया जाता है।
भारत में, यह बड़े पैमाने पर गन्ने से चीनी निकालते समय प्राप्त होता है। हालांकि, इसके उत्पादन के लिए अन्य कार्बनिक पदार्थ जैसे खाद्यान्न का भी उपयोग किया जा सकता है।
सरकार ने जीवाश्म ईंधन की खपत को कम करने के लिए इस जैव ईंधन को पेट्रोल के साथ मिलाने के लिए इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम शुरू किया है।
--आईएएनएस
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