ढाका, 15 फरवरी (आईएएनएस)। भारत के स्वामित्व वाली एनटीपीसी और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) का संयुक्त उद्यम रामपाल पावर प्लांट बुधवार से अपना परिचालन फिर से शुरू करेगा।660 मेगावाट क्षमता वाले प्लांट की यूनिट-1 को कोयले की कमी के कारण 14 जनवरी को बंद करना पड़ा था। डॉलर के संकट के कारण बिजली संयंत्र के अधिकारी कोयले के आयात के लिए कोई लेटर ऑफ क्रेडिट (एलसी) देने में असमर्थ थे।
बांग्लादेश-इंडिया फ्रेंडशिप पॉवर कंपनी लिमिटेड (बीआईएफपीसीएल) के उप महाप्रबंधक अनवारुल अजीम ने कहा कि नीतिगत स्तर पर काफी प्रोत्साहन के बाद कोयले के आयात के लिए एलसी-ओपनिंग की अनुमति दी गई और आपूर्तिकर्ता ने 30,000 मीट्रिक टन की खेप भेजी।
उन्होंने कहा, आयातित कोयला 9 फरवरी को बिजली संयंत्र के जेट्टी पर पहुंच गया और अब हम बुधवार से संयंत्र की इकाई-1 में परिचालन फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं।
अजीम ने कहा कि पहली इकाई ने 18 दिसंबर, 2022 की रात को परीक्षण के आधार पर राष्ट्रीय ग्रिड को बिजली की आपूर्ति शुरू की।
अजीम ने आगे कहा कि दूसरी इकाई का 79.35 प्रतिशत काम पहले ही पूरा हो चुका है। सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो 660 मेगावाट की उत्पादन क्षमता वाली दूसरी इकाई का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि जून में दूसरी इकाई का व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो जाएगा।
बीआईएफपीसीएल के अधिकारियों ने कहा कि बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन राज्य मंत्री नसरुल हामिद के गुरुवार को संयंत्र का दौरा करने की उम्मीद है।
बांग्लादेश विद्युत विकास बोर्ड (पीडीबी) के प्रवक्ता शमीम हसन ने मीडिया को बताया कि इकाई व्यावसायिक उत्पादन के लिए तैयार है।
बागेरहाट में 1,320 मेगावॉट बिजली संयंत्र की पहली इकाई ढाका के मोंगला-मावा-अमीनबाजार ग्रिडलाइन के माध्यम से प्रति दिन राष्ट्रीय ग्रिड को 620-630 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर रही है।
उन्होंने उल्लेख किया, वाणिज्यिक संचालन शुरू करने के लिए अधिकारियों को अभी तारीख तय करनी है। बिजली मंत्रालय, पीडीबी और बांग्लादेश की पावर ग्रिड (NS:PGRD) कंपनी (पीजीसीबी) के अधिकारियों वाली एक समिति बिजली संयंत्र का निरीक्षण करेगी और जल्द ही तारीख तय करेगी।
अधिकारी ने कहा कि 50,000 मीट्रिक टन कोयले की एक और खेप भी जल्द ही देश में आ रही है। उन्होंने यह भी बताया कि प्लांट की यूनिट-2 के इस साल जून से चालू होने की उम्मीद है।
--आईएएनएस
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