नई दिल्ली, 3 मई (आईएएनएस)। कोयला मंत्रालय का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष में 1,012 मिलियन टन शुष्क ईंधन का उत्पादन करना है।मंत्रालय द्वारा तैयार की गई कार्य योजना के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के दौरान वाणिज्यिक खनन के लिए 25 नए भंडार आवंटित किए जाएंगे।
2023-24 के लिए क्षमता विस्तार लक्ष्य 21,030 करोड़ रुपये है, जबकि संपत्ति मुद्रीकरण योजना का कुल अनुमानित लक्ष्य 50,118.61 करोड़ रुपये है।
2022-23 के दौरान, मंत्रालय ने 33.224 मिलियन टन प्रतिवर्ष की संचयी शीर्ष रेटेड क्षमता (पीआरसी) वाली कुल 23 कोयला खदानों के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।
इन खानों से पीआरसी पर गणना के अनुसार 4,700.80 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है।
इन खदानों से 44,906 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की उम्मीद है।
मंत्रालय ने आयात को कम करने के लिए देश में कोकिंग कोयले की उपलब्धता बढ़ाने के लिए एक कोकिंग कोल रणनीति भी तैयार की है।
रेल मंत्रालय के परामर्श से, कोयला मंत्रालय नई रेलवे लाइन परियोजनाओं की बारीकी से निगरानी कर रहा है जो कोयले की निकासी के लिए महत्वपूर्ण हैं और राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन पर कोयला क्षेत्र की मैपिंग कर रहा है।
--आईएएनएस
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