नई दिल्ली, 14 जुलाई (आईएएनएस)। वाणिज्य मंत्रालय के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत के थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जून में गिरकर माइनस 4.12 प्रतिशत हो गई, जो मई में माइनस 3.48 प्रतिशत थी।डब्ल्यूपीआई में गिरावट खनिज तेल, खाद्य उत्पाद, धातु, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और वस्त्रों की कीमतों में गिरावट के कारण है।
यह लगातार तीसरा महीना है जब थोक मुद्रास्फीति नेगेटिव है।
माइनस 4.12 प्रतिशत पर डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति अक्टूबर 2015 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है, जब यह माइनस 4.76 प्रतिशत तक गिर गई थी।
अप्रैल 2023 में यह माइनस 0.92 फीसदी रही।
मार्च 2023 में, प्राथमिक वस्तु, विनिर्मित उत्पाद, ईंधन और बिजली के साथ-साथ भोजन के सूचकांक में भारी गिरावट के कारण डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति 29 महीने के निचले स्तर 1.34 प्रतिशत पर आ गई थी।
इस बीच, वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, जून में डब्ल्यूपीआई के सभी कमोडिटी इंडेक्स में महीने-दर-महीने 0.4 फीसदी की गिरावट आई, जो प्राइस मोमेंटम के कमजोर होने का संकेत है।
--आईएएनएस
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