नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटी प्रमुख हरीश वी. का कहना है कि फिच द्वारा अमेरिकी सरकार की क्रेडिट रेटिंग घटाए जाने के बाद सोने की कीमतों में तेजी आई है।उन्होंने कहा, “आमतौर पर आर्थिक अनिश्चितताओं और डॉलर की अस्थिरता का सोने की कीमत और मांग पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि इसे एक सुरक्षित-संपत्ति माना जाता है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की रेटिंग घटने से निवेशक अपना पैसा बुलियन जैसी अपेक्षाकृत सुरक्षित संपत्तियों में लगाने के लिए प्रेरित होते हैं।''
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी ने कहा कि फिच द्वारा अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग को डाउनग्रेड करने से सोने की कीमतों में सुरक्षित निवेश की मांग के कारण सकारात्मक तेजी देखी गई है, जो वैश्विक वित्तीय बाजारों की स्थिरता और सोने के कालातीत आकर्षण में शरण लेने वाले निवेशकों की बढ़ती चिंताओं को दर्शाता है।
चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध, महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध और अब अमेरिकी ऋण संकट जैसे कई संकटों के बाद अनिश्चितता के समय में धन आवंटित रखने के लिए सोना निवेशकों की शीर्ष सूची में होगा।
उन्होंने कहा कि मोटे तौर पर सोने को 58000 का समर्थन मिलने की संभावना है, भले ही डॉलर में तेजी के कारण हाजिर सोना कमजोर प्रदर्शन करता हो, लेकिन रुपये में गिरावट से घरेलू सोने की कीमतें निकट अवधि में 60000-62000 के स्तर पर सकारात्मक रहेंगी।
--आईएएनएस
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