नई दिल्ली, 26 सितंबर (आईएएनएस)। अमेरिका में 10 साल की ट्रेजरी यील्ड 16 साल के उच्चतम स्तर 4.5 फीसदी पर पहुंचने से भारतीय बाजार के दबाव में रहने की संभावना है। ये बात मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विस के रिटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कही है। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच निफ्टी 19,669 के स्तर पर सपाट से नेगेटिव पर बंद हुआ। उन्होंने कहा कि इसके अलावा चीन के रियल एस्टेट पर बढ़ती चिंताओं और घरेलू इक्विटी में एफआईआई की बिकवाली से भी सेंटीमेंट कमजोर हुई है।
हालांकि, ऑटो और एफएमसीजी जैसे सेक्टर में तेजी देखी जा रही है। ऑटो सेक्टर पर आगे भी फोकस रहने की उम्मीद है क्योंकि त्योहारी सीजन से पहले ऑर्डर बढ़ने के बीच उत्पादन में 25 फीसदी की बढ़ोतरी की संभावना है। उन्होंने कहा कि व्यापक बाजारों में दबाव को देखते हुए एफएमसीजी सेक्टर को सुरक्षित निवेश के तौर पर देखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि निवेशक सितंबर महीने के लिए अमेरिकी उपभोक्ता विश्वास संख्या और अगस्त महीने के लिए नए गृह बिक्री डेटा पर नजर रखेंगे, जो बाद में जारी किया जाएगा।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक बाजार से प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण कारोबार सपाट रहा और एफआईआई की ओर से जारी बिकवाली के कारण घरेलू निवेशक सतर्क रहे।
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