उत्तरकाशी, 24 नवंबर (आईएएनएस)। सिलक्यारा सुरंग हादसे के 12वें दिन ऑगर मशीन का प्लेटफार्म ढह गया, जिस कारण गुरुवार की शाम ड्रिलिंग का काम रोकना पड़ा। अभी तक 45 मीटर ड्रिलिंग हो पाई है। सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। इस बीच सुरंग में और 7 पाइप डाल दिए गए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन टीम के सदस्यों में शामिल गिरीश सिंह रावत ने कहा, "जब तक प्लेटफार्म तैयार नहीं होगा, ड्रिलिंग नहीं की जा सकती। प्लेटफार्म को तैयार करने में 5 से 6 घंटे लग लग सकते हैं। अब लगभग 10 से 12 मीटर ड्रिलिंग बाकी रह गई है। ड्रिलिंग पूरी होते ही सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।"
सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के मद्देनजर मातली में अस्थायी रूप से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय बनाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार सुबह सिलक्यारा पहुंचे। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया और वहां मौजूद विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श किया। उन्होंने सुरंग में फंसे मजदूरों से भी वॉकी-टॉकी के जरिए बात की और उनका हौसला बढ़ाया।
सीएम धामी के सिलक्यारा में ग्राउंड जीरो पर रहने के कारण देहरादून स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में गुरुवार शाम होने वाले इगास के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है।
उत्तरकाशी के डीएम अभिषेक रूहेला भी रेस्क्यू ऑपरेशन स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग आखिरी चरण में है। मजदूरों को निकालने के लिए सुरंग में पाइपलाइन डाली जा रही है। मलबे में फंसे स्टील के टुकड़ों को काटकर हटा दिया गया है। उम्मीद है, जल्द ही अच्छे नतीजे आएंगे।
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