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भारतीय-अमेरिकी ने की अमेरिका में पासपोर्ट व नागरिकता धोखाधड़ी स्वीकारी

प्रकाशित 06/02/2024, 03:05 pm
भारतीय-अमेरिकी ने की अमेरिका में पासपोर्ट व नागरिकता धोखाधड़ी स्वीकारी

न्यूयॉर्क, 6 फरवरी (आईएएनएस)। फ्लोरिडा में एक भारतीय-अमेरिकी व्यक्ति ने गैरकानूनी तरीके से नागरिकता हासिल करने, देशीयकरण के सबूतों का दुरुपयोग करने और पासपोर्ट आवेदन में गलत बयान देने का अपराध स्वीकार कर लिया है। फ्लोरिडा के मध्य जिले के अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय द्वारा पिछले सप्ताह जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, 51 वर्षीय जयप्रकाश गुलवाडी को 10 साल की सजा का सामना करना पड़ सकता है।

अदालत के रिकॉर्ड के अनुसार, भारतीय नागरिक गुलवाडी 2001 में अस्थायी व्यापार वीजा पर अमेरिका आए थे।

अगस्त 2008 में अमेर‍िकी नागर‍िक अपनी पत्नी, जिससे उसने एक साल पहले शादी की थी, को तलाक देने के दो सप्ताह से भी कम समय के बाद गुल्वाडी ने एक अन्य अमेरिकी नागरिक महिला से शादी कर ली।

उस शादी के आधार पर, गुल्वाडी जून 2009 में अमेरि‍का एक वैध स्थायी निवासी बन गया।

2001 में अमेर‍िका आने के बाद अगस्त 2009 में, गुल्वाडी ने पहली बार भारत की यात्रा की, और अमेरिका लौटने से पहले एक भारतीय महिला से शादी की।

भारत की बाद की यात्रा पर, गुल्वाडी और उनकी भारतीय पत्नी ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया, जिसका जन्म जनवरी 2011 में हुआ और अगस्त 2013 में, गुल्वाडी की अपनी अमेरिकी नागरिक पत्नी से शादी टूट गई।

अगले वर्ष, गुल्वाडी ने प्राकृतिककरण के लिए आवेदन दायर किया, इसमें उसने झूठ कहा कि वह वर्तमान में शादीशुदा नहीं है, उसकी कोई संतान नहीं है और उसने कभी भी एक ही समय में एक से अधिक लोगों से शादी नहीं की।

उस आवेदन के आधार पर, यूनाइटेड स्टेट्स सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज की सहायता से होमलैंड सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेशंस की जांच में पाया गया कि गुल्वाडी अगस्त 2014 में प्राकृतिक तौर पर अमेरिकी नागरिक बन गया।

अमेरिकी नागरिकता के सबूत के रूप में धोखे से प्राप्त प्राकृतिकीकरण प्रमाणपत्र का उपयोग करते हुए, गुल्वाडी ने अमेरिकी पासपोर्ट के लिए आवेदन किया, इसमें उसने अपने भारतीय पति या पत्नी को गलत तरीके से हटा दिया।

विदेश विभाग ने गुल्वाडी को एक अमेरिकी पासपोर्ट जारी किया, इसका इस्तेमाल उसने तीन मौकों पर अमेरिका में फिर से प्रवेश करने के लिए किया।

हालांकि उसकी सज़ा की तारीख़ अभी तय नहीं हुई है, लेकिन अवैध रूप से नागरिकता प्राप्त करने के लिए गुल्वाडी को दोषी ठहराए जाने के परिणामस्वरूप सज़ा सुनाए जाने के समय उसकी अमेरिकी नागरिकता स्वतः ही रद्द हो जाएगी।

--आईएएनएस

सीबीटी/

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