वाशिंगटन, 24 सितंबर (आईएएनएस)। ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारे के बाहर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या के बाद अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) एजेंटों ने कई सिख नेताओं से मुलाकात की और उन्हें चेतावनी दी कि उनकी जान को भी खतरा है। अमेरिकी सिख कॉकस समिति के समन्वयक और राजनीतिक कार्यकर्ता प्रीतपाल सिंह ने 'द इंटरसेप्ट' को बताया कि निज्जर की हत्या के बाद उन्हें और कैलिफोर्निया में दो अन्य सिख अमेरिकियों को एफबीआई से कॉल आई थी और एफबीआई के लोगों ने उनसे मुलाकात भी की थी।
कैलिफ़ोर्निया स्थित गैर-लाभकारी समूह इन्साफ के सह-निदेशक सुखमन धामी ने कहा कि पूरे अमेरिका में सिखों को संभावित खतरों के बारे में पुलिस चेतावनी मिली है।
कनाडाई नागरिक और सिख अलगाववादी निज्जर की हत्या में भारतीय खुफिया एजेंसी की संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोप को लेकर भारत और कनाडा के बीच एक राजनयिक विवाद शुरू हो गया है। निज्जर को 2020 में भारत द्वारा नामित आतंकवादी घोषित किया गया था।
भारत ने कनाडा सरकार के दावों को "बेतुका और प्रेरित" बताते हुए खारिज कर दिया था।
दोनों देशों ने वरिष्ठ राजनयिकों के निष्कासन की घोषणा की और यात्रा सलाह जारी की।
सार्वजनिक प्रसारक कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (सीबीसी) ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया, "निज्जर की मौत की एक महीने की जांच के आधार पर, कनाडाई सरकार ने मानव और सिग्नल दोनों तरह की खुफिया जानकारी एकत्र की थी, जिसमें कनाडा में मौजूद भारतीय राजनयिकों सहित भारतीय अधिकारियों से जुड़े संचार भी शामिल थे।"
सीबीसी ने गुरुवार को बताया कि कुछ खुफिया जानकारी फाइव आईज खुफिया गठबंधन में एक अनाम सहयोगी द्वारा प्रदान की गई थी। फाइव आईज खुफिया नेटवर्क में अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
--आईएएनएस
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