बीजिंग, 27 सितंबर (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मानवता के साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण की अवधारणा प्रस्तुत करने की 10वीं वर्षगांठ के मौके पर चीन ने 26 सितंबर को इस के बारे में एक श्वेत पत्र जारी किया। जिसमें कहा गया कि मानवता के साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण की अवधारणा ने विश्व के लिए भावी रास्ता दिखाया है और विभिन्न देशों की जनता के लिए समृद्धि साझा करने वाले बेहतर भविष्य के लिए चीनी योजना प्रस्तुत की है।इस श्वेत पत्र में चार पहलुओं से चीन द्वारा मानवता के साझे भविष्य वाले समुदाय की अवधारणा बढ़ाने का परिचय किया गया। यानी उच्च गुणवत्ता से बेल्ट एंड रोड निर्माण बढ़ाना, तीन वैश्विक पहल लागू करना, अधिकाधिक देशों व क्षेत्रों की समान कार्रवाई, विभिन्न क्षेत्रों के अंतरराष्ट्रीय सहयोग में मजबूत शक्ति डालना।
श्वेत पत्र में कहा गया कि बेल्ट एंड रोड निर्माण मानवता के साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण का जीवंत अभ्यास है, जो चीन से विश्व के लिए प्रस्तुत लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक उत्पाद और अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंच है। इस जुलाई तक विश्व में तीन चौथाई से अधिक देशों और 30 से अधिक अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने संबंधित सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये हैं। इस अक्तूबर में चीन तीसरा बेल्ट एंड रोड उच्च स्तरीय मंच आयोजित करेगा, जिसमें अधिक शक्ति जुटायी जाएगी।
इसके अलावा चीन ने वैश्विक विकास उच्च स्तरीय वार्तालाप की अध्यक्षता की और 4 अरब अमेरिकी डॉलर वैश्विक विकास तथा दक्षिण-दक्षिण सहयोग कोष की स्थापना की।अब तक सौ से अधिक देशों व अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने चीन की विकास पहल का समर्थन किया। चीन की मध्यस्थता में इस साल सउदी अरब और ईरान ने ऐतिसाहिक सुलह पूरी की। यह चीन से प्रस्तुत वैश्विक सुरक्षा पहल के कार्यांवयन का एक सफल मिसाल है।
चीन से प्रस्तुत वैश्विक सभ्यता पहल पूरे विश्व से सभ्यताओं के आदान प्रदान बढ़ाने की अपील करती है। वह व्यापक एशियाई और अफ्रीकी देशों के लिए खास महत्व भी रखती है, क्योंकि विश्व में सर्वमान्य चार प्राचीन सभ्यताएं एशियाई और अफ्रीकी महाद्वीप में स्थित है। मानवता के साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण की अवधारणा गुटबाजी राजनीति से पार कर गयी है।
इस अवधारणा से अंतरराष्ट्रीय समुदाय में एकजुटता और सहयोग की व्यापक समानताएं बन गयी हैं। यह अवधारणा एक सुंदर महत्वाकांक्षा है और एक ऐतिसाहिक प्रक्रिया भी है। उसे साकार करने के लिए पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों की प्रयासों की जरूरत है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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