तेल अवीव, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। विश्व नेताओं ने फिलिस्तीनी आतंकवादी संंगठनहमास के इजरायल पर अभूतपूर्व हमले की निंदा की है, जबकि कुछ देशों ने यहूदी देश द्वारा "उत्पीड़न" का हवाला देते हुए हमले का समर्थन किया है।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमले को "भयानक" और "अचेतन" करार देते हुए कहा, "आतंकवाद का कभी कोई औचित्य नहीं होता।"
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह इज़राइल में आतंकवादी हमलों की खबर से गहरे सदमे में हैं। उन्होंने कहा, "देश के विचार और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। हम इस कठिन समय में इज़राइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।"
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनके जापान समकक्ष फुमियो किशिदा ने हमास के हमले की निंदा की और इज़राइल को स्पष्ट समर्थन का आश्वासन दिया।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हमले की कड़ी निंदा की।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने "अधिकतम संयम" का आग्रह किया, क्योंकि इजरायली रक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और "सभी अपहृत व्यक्तियों की तत्काल रिहाई" का आह्वान किया।
हालांकि, इराक, ईरान, सीरिया और सऊदी अरब ने इज़राइल पर हमास के हमलों का "समर्थन" किया।
हमास के समर्थन में इराक के पीएमओ ने एक्स पर पोस्ट किया, "इराक फिलिस्तीनी मुद्दे के प्रति एक लोगों और एक सरकार के रूप में अपनी दृढ़ स्थिति की पुष्टि करता है, और यह फिलिस्तीनी लोगों की आकांक्षाओं को प्राप्त करने और उनके पूर्ण वैध अधिकारों को प्राप्त करने में उनके साथ खड़ा है। अन्याय और इन अधिकारों का हनन स्थायी शांति नहीं ला सकता।"
सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी विदेश मंत्री नासिर कनानी ने फिलिस्तीनी लोगों को "बधाई" देते हुए कहा, "आज के ऑपरेशन ने कब्जे वाले क्षेत्रों में कब्जा करने वालों के खिलाफ प्रतिरोध और सशस्त्र कार्रवाई में एक नया अध्याय खोला है।"
ईरानी समाचार एजेंसी ने कहा, "फिलिस्तीन और यरूशलम की मुक्ति तक हम फिलिस्तीनी लड़ाकों के साथ खड़े रहेंगे।"
इजरायली सेना और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के बीच लड़ाई में 600 से अधिक लोग मारे गए हैं।
--आईएएनएस
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