हैदराबाद, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पांच दिवसीय दक्षिण भारतीय प्रवास के लिए सोमवार को हैदराबाद पहुंचीं।तेलंगाना की राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन, मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, उप मुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क और मंत्री सीताक्का तथा श्रीधरबाबू ने बेगमपेट हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया।
मुख्य सचिव शांति कुमारी, पुलिस महानिदेशक रवि गुप्ता और अन्य अधिकारी भी अगवानी में उपस्थित थे।
बाद में राष्ट्रपति सिकंदराबाद के बोलारम स्थित आधिकारिक राष्ट्रपति निलयम के लिए रवाना हो गईं। वह 23 दिसंबर तक यहीं रहेंगी।
प्रवास के दौरान वह विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी। वह 19 दिसंबर को हैदराबाद पब्लिक स्कूल के शताब्दी समारोह में भाग लेंगी, 20 दिसंबर को यदाद्रि भुवनगिरी जिले के पोचमपल्ली में कपड़ा मंत्रालय द्वारा आयोजित हथकरघा और कताई इकाई के साथ-साथ थीम मंडप का दौरा करेंगी। इस अवसर पर वह बुनकरों से बातचीत भी करेंगी।
उसी शाम, राष्ट्रपति एमएनआर एजुकेशनल ट्रस्ट के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगी। अगले दिन वह राष्ट्रपति निलयम में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगी।
22 दिसंबर को राष्ट्रपति राज्य के गणमान्य व्यक्तियों, प्रमुख नागरिकों, शिक्षाविदों आदि के लिए राष्ट्रपति निलयम में एक एट होम रिसेप्शन की मेजबानी करेंगी।
पिछले साल जुलाई में सर्वोच्च पद के लिए चुने जाने के बाद से मुर्मू की दक्षिण प्रवास के लिए यह दूसरी हैदराबाद यात्रा है। राष्ट्रपति साल में कम से कम एक बार राष्ट्रपति निलयम में रुकते हैं और यहीं से आधिकारिक कामकाज करते हैं। इस इमारत का निर्माण 1860 में सिकंदराबाद में ब्रिटिश रेजिडेंट के कंट्री हाउस के रूप में किया गया था। हैदराबाद राज्य के 1948 में भारत में विलय के बाद यह राष्ट्रपति का निवास स्थान बन गया। प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद 1955 में यहां रुके थे और तब से हर राष्ट्रपति हर साल कम से कम एक सप्ताह के लिए दक्षिण प्रवास के लिए हैदराबाद आते हैं।
--आईएएनएस
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