40% की छूट पाएं
🔥 हमारी एआई-चयनित स्टॉक स्ट्रेटेजी, टेक टाइटन्स, मई में अब तक +7.1% ऊपर है। स्टॉक्स में तेज़ी होने पर लाभ उठाएं।40% की छूट क्लेम करें

अक्टूबर-मार्च की छमाही में घरेलू मंडियों में 190.63 लाख गांठ कपास की आवक

प्रकाशित 20/04/2023, 04:56 pm
CT
-

अहमदाबाद (आई-ग्रेन इंडिया)। एक अग्रणी व्यापारिक संस्था- कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) की नवीनतम रिपोर्ट से पता चलता है कि चालू मार्केटिंग सीजन की पहली छमाही में यानी अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 के दौरान देश के विभिन्न उत्पादक राज्यों की मंडियों में कुल मिलाकर 190.63 लाख गांठ कपास की आवक हुई जो फरवरी तक की आपूर्ति 154.84 लाख गांठ से 35.79 लाख गांठ ज्यादा मगर पिछले सीजन की समान अवधि की आवक 262.68 लाख गांठ से 72.05 लाख गांठ कम है। मालूम हो कि कपास की प्रत्येक गांठ 170 किलो की होती है।

एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार चालू मार्केटिंग सीजन की पहली छमाही के दौरान पंजाब में 2 लाख गांठ, हरियाणा में 7 लाख गांठ तथा राजस्थान में 23.78 लाख गांठ के साथ उत्तरी क्षेत्र में कुल 32.78 लाख गांठ कपास की आवक हुई। इसके मुकाबले पिछले सीजन की इसी अवधि में पंजाब में 6.83 लाख गांठ, हरियाणा में 13.71 लाख गांठ एवं राजस्थान में 23.34 लाख गांठ के साथ कुल 43.88 लाख गांठ कपास की आपूर्ति हुई थी।

मध्यवर्ती जोन में चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान कुल 109.78 लाख गांठ कपास की आवक हुई जिसके तहत गुजरात में 55.90 लाख गांठ, महाराष्ट्र में 40.88 लाख गांठ तथा मध्य प्रदेश में 13 लाख गांठ की आवक शामिल थी। इसकी तुलना में 2021-22 सीजन की समान अवधि के दौरान गुजरात में 65.90 लाख गांठ, महाराष्ट्र में 66.25 लाख गांठ तथा मध्य प्रदेश में 16.38 लाख गांठ सहित सम्पूर्ण मध्यवर्ती क्षेत्र (सेंट्रल जोन) में कुल 148.53 लाख गांठ कपास की आवक हुई थी।

तृतीय पक्ष विज्ञापन। Investing.com द्वारा कोई प्रस्ताव या अनुशंसा नहीं। यहां प्रकटीकरण देखें या विज्ञापन हटा दें

जहां तक दक्षिणी जोन का सवाल है तो वहां अक्टूबर 2022- मार्च 2023 के दौरान कुल 42.21 लाख गांठ कपास की आवक हुई। इसके अंतर्गत तेलंगाना में 20.25 लाख गांठ, आंध्र प्रदेश में 6.50 लाख गांठ, कर्नाटक में 14.46 लाख गांठ एवं तमिलनाडु में 1.00 लाख गांठ की आवक शामिल थी। पिछले मार्केटिंग सीजन की समान अवधि के दौरान तेलंगाना में 31.85 लाख गांठ, आंध्र प्रदेश में 11.50 लाख गांठ, कर्नाटक में 17.75 लाख गांठ तथा तमिलनाडु में 4.25 लाख गांठ के साथ पूरे दक्षिणी जोन में कुल 65.35 लाख गांठ कपास की आवक हुई थी।

इसके अलावा समीक्षाधीन अवधि के दौरान कपास की आवक उड़ीसा की मंडियों में 1.92 लाख गांठ से बढ़कर 3.21 लाख गांठ पर पहुंची मगर अन्य राज्यों में यह 3.00 लाख गांठ से घटकर 2.65 लाख गांठ पर सिमट गई। कपास के घरेलू उत्पादन में इस बार गिरावट आई है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित