अहमदाबाद (आई-ग्रेन इंडिया)। एक अग्रणी व्यापारिक संस्था- कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) की नवीनतम रिपोर्ट से पता चलता है कि चालू मार्केटिंग सीजन की पहली छमाही में यानी अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 के दौरान देश के विभिन्न उत्पादक राज्यों की मंडियों में कुल मिलाकर 190.63 लाख गांठ कपास की आवक हुई जो फरवरी तक की आपूर्ति 154.84 लाख गांठ से 35.79 लाख गांठ ज्यादा मगर पिछले सीजन की समान अवधि की आवक 262.68 लाख गांठ से 72.05 लाख गांठ कम है। मालूम हो कि कपास की प्रत्येक गांठ 170 किलो की होती है।
एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार चालू मार्केटिंग सीजन की पहली छमाही के दौरान पंजाब में 2 लाख गांठ, हरियाणा में 7 लाख गांठ तथा राजस्थान में 23.78 लाख गांठ के साथ उत्तरी क्षेत्र में कुल 32.78 लाख गांठ कपास की आवक हुई। इसके मुकाबले पिछले सीजन की इसी अवधि में पंजाब में 6.83 लाख गांठ, हरियाणा में 13.71 लाख गांठ एवं राजस्थान में 23.34 लाख गांठ के साथ कुल 43.88 लाख गांठ कपास की आपूर्ति हुई थी।
मध्यवर्ती जोन में चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान कुल 109.78 लाख गांठ कपास की आवक हुई जिसके तहत गुजरात में 55.90 लाख गांठ, महाराष्ट्र में 40.88 लाख गांठ तथा मध्य प्रदेश में 13 लाख गांठ की आवक शामिल थी। इसकी तुलना में 2021-22 सीजन की समान अवधि के दौरान गुजरात में 65.90 लाख गांठ, महाराष्ट्र में 66.25 लाख गांठ तथा मध्य प्रदेश में 16.38 लाख गांठ सहित सम्पूर्ण मध्यवर्ती क्षेत्र (सेंट्रल जोन) में कुल 148.53 लाख गांठ कपास की आवक हुई थी।
जहां तक दक्षिणी जोन का सवाल है तो वहां अक्टूबर 2022- मार्च 2023 के दौरान कुल 42.21 लाख गांठ कपास की आवक हुई। इसके अंतर्गत तेलंगाना में 20.25 लाख गांठ, आंध्र प्रदेश में 6.50 लाख गांठ, कर्नाटक में 14.46 लाख गांठ एवं तमिलनाडु में 1.00 लाख गांठ की आवक शामिल थी। पिछले मार्केटिंग सीजन की समान अवधि के दौरान तेलंगाना में 31.85 लाख गांठ, आंध्र प्रदेश में 11.50 लाख गांठ, कर्नाटक में 17.75 लाख गांठ तथा तमिलनाडु में 4.25 लाख गांठ के साथ पूरे दक्षिणी जोन में कुल 65.35 लाख गांठ कपास की आवक हुई थी।
इसके अलावा समीक्षाधीन अवधि के दौरान कपास की आवक उड़ीसा की मंडियों में 1.92 लाख गांठ से बढ़कर 3.21 लाख गांठ पर पहुंची मगर अन्य राज्यों में यह 3.00 लाख गांठ से घटकर 2.65 लाख गांठ पर सिमट गई। कपास के घरेलू उत्पादन में इस बार गिरावट आई है।