अहमदाबाद (आई-ग्रेन इंडिया)। देश के पश्चिमी भाग में अवस्थित एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पादक राज्य- गुजरात में चालू वर्ष के दौरान विस्तारित रबी सीजन (ग्रीष्मकालीन या जायद) में फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 24 अप्रैल तक बढ़कर 11.55 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 11.19 लाख हेक्टेयर से 36 हजार हेक्टेयर तथा सामान्य औसत क्षेत्रफल 10.45 लाख हेक्टेयर से 10.50 प्रतिशत ज्यादा है।
राज्य कृषि विभाग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार पिछले साल की तुलना में चालू वर्ष के दौरान गुजरात में धान का उत्पादन क्षेत्र 74 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 79 हजार हेक्टेयर, बाजरा का 2.78 लाख हेक्टेयर से उछलकर 3.17 लाख हेक्टेयर, मक्का का 5 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 7 हजार हेक्टेयर तथा कुल अनाजी फसलों का क्षेत्रफल 3.57 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 4.04 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। यह सामान्य औसत क्षेत्रफल 3.49 लाख हेक्टेयर से करीब 16 प्रतिशत अधिक है।
लेकिन दलहन फसलों का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष के 96 हजार हेक्टेयर से घटकर इस बार 67 हजार हेक्टेयर पर सिमट गया। इसके तहत मूंग का उत्पादन क्षेत्र 70 हजार हेक्टेयर से घटकर 47 हजार हेक्टेयर तथा उड़द का क्षेत्रफल 26 हजार हेक्टेयर से गिरकर 20 हजार हेक्टेयर रह गया। दलहन फसलों की बिजाई लगभग समाप्त हो चुकी है।
तिलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र समीक्षाधीन अवधि में 1.69 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 1.77 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा। इसके तहत यद्यपि मूंगफली का बिजाई क्षेत्र 61 हजार हेक्टेयर से गिरकर 54 हजार हेक्टेयर पर आ गया लेकिन तिल का क्षेत्रफल 1.08 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 1.24 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
इसके अलावा गुजरात में विस्तारित रबी सीजन के दौरान प्याज, गन्ना, ग्वार एवं कुछ अन्य फसलों की खेती भी सीमित क्षेत्रफल में होती है। गन्ना का रकबा तो 9600 हेक्टेयर से सुधरकर 10 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया मगर ग्वार का बिजाई क्षेत्र 8 हजार हेक्टेयर से घटकर 3 हजार हेक्टेयर रह गया। जायद फसलों के लिए मौसम लगभग सामान्य बना हुआ है।