नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल अक्टूबर में डीजल और पेट्रोल की बिक्री 2022 के इसी महीने की तुलना में क्रमशः 9.3 प्रतिशत और 4.8 प्रतिशत बढ़ गई है।पेट्रोल और डीजल की अधिक खपत देश में आर्थिक गतिविधियों के बढ़े हुए स्तर को दर्शाती है।
डीजल का उपयोग परिवहन और कृषि दोनों क्षेत्रों में किया जाता है और दोहरे अंक की खपत वृद्धि इन दोनों क्षेत्रों में ग्रोथ दिखाती है।
इसी प्रकार, पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में महीने के दौरान हवाई यात्रा में वृद्धि के कारण एयरलाइंस द्वारा जेट ईंधन की खपत भी 12.3 प्रतिशत तक बढ़ गई।
बिटुमिन की बिक्री में भी 20.5 फीसदी का उछाल आया है, जो देश में हो रहे राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण की तेज गति को दर्शाता है।
हालांकि, साथ ही पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ी हुई खपत का मतलब ये भी है कि आयात अधिक हो रहा है। देश की 80 प्रतिशत से अधिक कच्चे तेल की जरूरत वैश्विक बाजार से पूरी होती है।
इससे चालू खाता घाटा बढ़ता है और रुपया कमजोर होता है। कच्चे तेल के आयात के लिए भुगतान अमेरिकी डॉलर में करना पड़ता है।
--आईएएनएस
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