iGrain India - सोरिसो । ब्राजील के मध्यवर्ती एवं पूर्वोत्तर भाग में सूखे जैसा माहौल बना हुआ है जिससे सोयाबीन तथा प्रथम सीजन के मक्के की बिजाई प्रभावित हो रही है। ध्यान देने की बात है कि ब्राजील में 70 प्रतिशत से अधिक मक्का का उत्पादन दूसरे यानी सफरीन्हा सीजन में होता है जिसकी बिजाई जनवरी-मार्च में होती है।
दरअसल इस अवधि में सोयाबीन फसल की कटाई-तैयारी के बाद खाली होने वाले खेतों में सफरीन्हा मक्का की खेती की जाती है। व्यापार विश्लेषकों का कहना है कि सोयाबीन फसल की बिजाई में कितनी देर होगी इसकी कटाई भी उतनी ही लेट होती जाएगी।
यदि फरवरी तक अधिकांश क्षेत्रों में इसकी कटाई नहीं हुई तो सफरीन्हा मक्का की खेती के लिए आदर्श समय बीत जाएगा और पूर्वोत्तर ब्राजील में मौसम काफी गर्म एवं शुष्क बना हुआ है जबकि कुछ समय तक इसमें ज्यादा बदलाव आने की संभावना नहीं है।
सोयाबीन की बिजाई काफी पिछड़ रही है और सूखे की वजह से कई क्षेत्रों में इसकी दोबारा बिजाई आवश्यकता महसूस हो रही है। इससे फसल की कटाई में स्वाभाविक रूप से देर हो जाएगी।
सफरीन्हा मक्का की बिजाई फरवरी-मार्च में तथा कटाई-तैयारी जून-जुलाई में होती है। उसके लिए किसानों के पास बहुत कम समय बचेगा। मौसम विशेषज्ञ का कहना है कि इस क्षेत्र में नवम्बर तथा दिसम्बर 2023 के दौरान सामान्य स्तर से कम वर्षा होने के 60 प्रतिशत तक चांस हैं।
पूर्वी माटो ग्रोसो में हालत अच्छी नहीं है। सफरीन्हा मक्का की बिजाई में जितनी देर होगी उसकी उपज दर में गिरावट आने की आशंका उतनी ही बढ़ती जाएगी।