🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

वर्षा के वितरण में भारी असमानता से खरीफ उत्पादन में जोरदार गिरावट की आशंका

प्रकाशित 07/11/2023, 10:55 pm
वर्षा के वितरण में भारी असमानता से खरीफ उत्पादन में जोरदार गिरावट की आशंका

iGrain India - नई दिल्ली । अल नीनो मौसम चक्र के कारण चालू वर्ष के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून न केवल कमजोर रहा बल्कि वर्षा के वितरण में भी भारी असमानता देखी गई। वर्ष 2018 के बाद इस बार मानसून की बारिश सबसे कम हुई।

मौसम विभाग के मुताबिक सामान्य औसत की तुलना में चालू वर्ष के दौरान 94 प्रतिशत वर्षा हुई जबकि कई इलाकों में इसका भारी अभाव देखा गया। महत्वपूर्ण समय पर बारिश की कमी से खरीफ फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका है।

हालांकि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने अरहर (तुवर ) को छोड़कर अन्य खरीफ फसलों के उत्पादन में गिरावट आने का अनुमान लगाया है लेकिन उद्योग- व्यापार क्षेत्र का कहना है कि वास्तविक गिरावट सरकारी अनुमान से कहीं ज्यादा होगी। 

हालांकि वर्षा में महज 6 प्रतिशत की गिरावट आने को सामान्य माना जा रहा है लेकिन देश के कुछ महत्वपूर्ण कृषि उत्पादक क्षेत्रों में वर्षा का वितरण असमान रहने से फसलों को जोरदार क्षति हुई।

इसमें पूर्वी एवं पूर्वोत्तर भाग, कुछ पश्चिमी प्रान्त एवं दक्षिणी प्रायद्वीप शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार मानसून के प्रस्थान करने के बाद जो परिदृश्य सामने आया उससे पता चलता है कि देश के कुल 717 जिलों में से 221 जिलों में वर्षा सामान्य से कम या बहुत कम हुई।

देश के कुल 36 मौसम उपखंडों में से केवल 26 उपखंड (73 प्रतिशत) में सामान्य बारिश हुई जबकि 18 प्रतिशत (सात उपखंड) में सामान्य से बहुत कम वर्षा हुई। केवल 7 प्रतिशत क्षेत्र में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई।  

मानसूनी वर्षा के इस असमान वितरण के कारण दलहनों, मक्का, सोयाबीन, धान एवं कपास तथा गन्ना की फसल को भारी नुकसान हुआ है लेकिन कृषि मंत्रालय ने इसके उत्पादन में कम गिरावट आंका है।

देश के जिन राज्यों / क्षेत्रों में दीर्घकालीन औसत के मुकाबले 10 से 20 प्रतिशत तक की गिरावट आई है उसमें बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल का कुछ भाग भी शामिल है जहां धान की खेती बढ़े पैमाने पर होती है। इसी तरह दलहन तिलहन के कई महत्वपूर्ण उत्पादक क्षेत्रों में भी वर्षा की कमी रही है। कपास एवं गन्ना की पैदावार घट रही है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित