iGrain India - कुआलालम्पुर । एक अग्रणी संस्था- इंडियन वैजिटेबल ऑयल प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (इवपा) के अध्यक्ष सुधाकर देसाई ने कहा है कि 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (नवम्बर-अक्टूबर) के दौरान भारत में करीब 162 लाख टन खाद्य तेलों का आयात हो सकता है।
मलेशिया की राजधानी कुआलालम्पुर में इंटरनेशल पाम ऑयल कांग्रेस एंड एक्जीबिशन, 2023 के ग्लोबल इकॉनोमिक्स एंड मार्केटिंग कांफ्रेंस में सम्बोधित करते हुए इवपा के अध्यक्ष ने कहा कि 2023-24 के मार्केटिंग सीजन के दौरान भारत में पाम तेल का आयात बढ़कर 90 लाख टन से ऊपर पहुंच सकता है जबकि सॉफ्ट तेलों का आयात 71.20 लाख टन के करीब होने का अनुमान है। सॉफ्ट तेलों के तहत मुख्यत: सोयाबीन तेल एवं सूरजमुखी तेल का आयात शामिल होगा।
इवपा अध्य्क्ष ने मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन 2022-23 के 186.10 लाख टन से 2.40 लाख टन बढ़कर 2023-24 के सीजन में 188.50 लाख टन पर पहुंचने की संभावना व्यक्त करते हुए इंडोनेशिया में उत्पादन 492.60 लाख टन पर स्थिर रहने का अनुमान लगाया है।
मलेशिया में यद्यपि पाम तेल का अधिशेष स्टॉक बढ़कर 27 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद उद्योग-व्यापार समीक्षकों का मानना है कि अप्रैल-मई 2024 तक स्टॉक की स्थिति जटिल हो सकती है।
इवपा अध्यक्ष का कहना था कि बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स (बीएमडी) एक्सचेंज में अगले तीन महीनों के दौरान क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का वायदा भाव 3600 से 3900 रिंगिट प्रति टन के बीच घूमता रह सकता है।
देसाई के अनुसार 2022-23 के मार्केटिंग सीजन के दौरान भारत में वनस्पति तेलों का आयात तेजी से उछलकर 169 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया क्योंकि वैश्विक बाजार भाव आकर्षक था।