iGrain India - नई दिल्ली । सरकारी एजेंसी- भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत 28 जून 2023 से गेहूं की बिक्री के लिए साप्ताहिक ई-नीलामी आयोजित की जा रही है। इसके अंतर्गत केन्द्रीय पूल से अब तक कुल 36.11 लाख टन गेहूं बेचा जा चुका है।
15 नवम्बर 2023 को आयोजित नवीनतम नीलामी में 2.84 लाख टन गेहूं की बिक्री हुई जो कुल ऑफर मात्रा 3 लाख टन का 95 प्रतिशत है। सरकारी गेहूं की खरीद केवल मिलर्स-प्रोसेर्स को करने की अनुमति है। पहले साप्ताहिक ई-नीलामी के अंतर्गत 2 लाख टन गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया जा रहा था मगर अब इसकी मात्रा 3 लाख टन नियत की गई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार यूआरएस गेहूं के लिए रिजर्व मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है। नवीनतम नीलामी के तहत गेहूं का भारित औसत बिक्री मूल्य 2234 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो उससे पिछले सप्ताह के औसत मूल्य 2252 रुपए प्रति क्विंटल से कुछ नीचे रहा। समझा जाता है कि नीचे दाम पर गेहूं की आगे भी अच्छी बिक्री हो सकती है।
केन्द्र सरकार ने 2023-24 के रबी सीजन हेतु गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल से 150 रुपए बढ़ाकर 2275 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है जिससे खुले बाजार भाव में कुछ तेजी आने की उम्मीद की जा रही है।
गेहूं एवं इसके उत्पादन का खुदरा मूल्य काफी ऊंचे स्तर पर चल रहा है जिसके मुकाबले सरकारी गेहूं- काफी सस्ते दाम पर उपलब्ध हो रहा है। सरकार पहले ही ओएमएसएस के तहत 31 मार्च 2024 तक 101.50 लाख टन गेहूं उतारने की घोषणा कर चुकी है जबकि पहले 50 लाख टन की बिक्री का निर्णय लिया गया था।
26 अक्टूबर को हुई नीलामी में गेहूं का भारित औसत बिक्री मूल्य बढ़कर 2311 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया था जो उससे पूर्ववर्ती सप्ताह के बिक्री मूल्य 2260 रुपए प्रति क्विंटल से काफी ऊंचा था।
लेकिन उसके बाद से इसमें नरमी आने लगी। गेहूं का भारित औसत बिक्री मूल्य उत्तरी राज्यों में तो राष्ट्रीय औसत के लगभग बराबर रहा मगर दक्षिण भारत में यह गिरकर 2204 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। केवल कर्नाटक में इसका बिक्री मूल्य बढ़कर 2400 रुपए प्रति क्विंटल से ऊपर पहुंच गया।