iGrain India - वैंकुवर । कनाडा में काबुली चना की फसल की कटाई-तैयारी पूरी हो चुकी है और अब इसका कारोबार हो रहा है। हालांकि पिछले साल के मुकाबले चालू वर्ष के दौरान वहां चना के उत्पादन में थोड़ी बढ़ोत्तरी होने का अनुमान लगाया गया है लेकिन पिछला बकाया स्टॉक कम रहने से इसकी कुल उपलब्धता सीमित रहेगी।
घरेलू खपत लगभग स्थिर रहने से निर्यात के लिए कम स्टॉक मौजूद रहेगा। काबुली चना का भाव कुछ ऊंचा रहने की संभावना है। मालूम हो कि वहां चना के संवर्ग में काबुली श्रेणी का उत्पादन करीब 90 प्रतिशत एवं देसी किस्म का उत्पादन 10 प्रतिशत होता है। वहां से मुख्यत: काबुली चना का ही निर्यात होता है।
कनाडा के कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के आरंभ में वहां महज 27 हजार टन काबुली चना का पिछला बकाया स्टॉक मौजूद था जबकि 1.34 लाख टन के अनुमानित उत्पादन एवं 45 हजार टन के संभावित आयात के साथ इसकी कुल उपलब्धता 2.06 लाख टन पर पहुंचेगी।
इसमें से 72 हजार टन का घरेलू उपयोग एवं 1.20 लाख टन का निर्यात होने का अनुमान लगे गया है जिससे मार्केटिंग सीजन के अंत में वहां केवल 14 हजार टन का अंतिम अधिशेष स्टॉक बचने की संभावना है। कृषि मंत्रालय ने 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में काबुली चना का औसत मूल्य 1060 डॉलर प्रति टन रहने का अनुमान लगाया है।
जहां तक 2022-23 के मार्केटिंग सीजन (अगस्त-जुलाई) का सवाल है तो कृषि मंत्रालय ने उसके आरंभ में 1.55 लाख टन काबुली चना का पिछला स्टॉक आंका है जबकि 1.28 लाख टन के उत्पादन एवं 42 हजार टन के आयात के साथ इसकी कुल उपलब्धता 3.25 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया था।
इसमें से 73 हजार टन काबुली चना की घरेलू खपत हुई जबकि 2.25 लाख टन का विदेशों में निर्यात किया गया। काबुली चना का औसत मूल्य 1000 डॉलर प्रति टन दर्ज किया गया था।
इस तरह 2022-23 सीजन की तुलना में 2023-24 सीजन के दौरान कनाडा में काबुली चना का बकाया स्टॉक 1.28 लाख टन घट सकता है जबकि उत्पादन में 6 हजार टन एवं आयात में 3 हजार टन की बढ़ोत्तरी हो सकती है।
काबुली चना की कुल उपलब्धता में 1.19 लाख टन तथा घरेलू खपत में 1 हजार टन की गिरावट आने की संभावना है। इसी तरह काबुली चना का निर्यात 1.05 लाख टन घटने का अनुमान लगाया गया है।