iGrain India - बिजाई घटने के समाचारों से धनिया तेज नई दिल्ली । चालू सप्ताह के दौरान धनिया की कीमतों में मजबूती रही। उल्लेखनीय है कि चालू सीजन के दौरान उत्पादकों को उनकी उपज का उचित मूल्य न मिलने के कारण दूसरे वर्ष भी बिजाई घटने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2023 के दौरान प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में धनिया की बिजाई 4.95 लाख हेक्टेयर पर की गई थी जोकि वर्ष 2024 में घटकर 3.64 लाख हेक्टेयर रह गई। वर्ष 2025 के लिए भी धनिया की बिजाई 10/15 प्रतिशत कम रहने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों पर बिजाई का कार्य चल रहा है। गुजरात में इस वर्ष धनिया की बिजाई 15/20 दिन देरी से शुरू हुई है। राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में बिजाई शुरू हो चुकी है। अभी तक के मिल रहे समाचारों के अनुसार सभी उत्पादक राज्यों में धनिया की बिजाई घटने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। कीमतों में तेजी चालू सप्ताह के दौरान हाजिर एवं वायदा बाजार दोनों में ही तेजी रही। हालांकि निर्यात मांग कम रही लेकिन लोकल मांग बढ़ने एवं वायदा के तेज समाचारों के चलते चालू सप्ताह के दौरान धनिया के हाजिर भाव 200/300 रुपए प्रति क्विंटल तेजी के साथ बोले गए और अभी भी बाजार में धारणा तेजी की बनी हुई है क्योंकि नई फसल आने में अभी लगभग तीन माह का समय शेष है। आगामी दिनों में लोकल मांग के साथ निर्यात मांग भी बढ़ने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। वायदा बाजार में भी नवम्बर माह का धनिया 7014 रुपए खुलने के पश्चात सप्ताह के अंत में 7308 रुपए पर बंद हुआ है। जबकि दिसम्बर माह का धनिया 7348 रुपए खुलने के पश्चात 7400 रुपए पर बंद हुआ है।धारणा तेजी की जानकार सूत्रों का कहना है कि नई फसल आने से पूर्व धनिया की कीमतों में 8/10 रुपए प्रति किलो की तेजी आने के अनुमान है। क्योंकि हाल-फिलहाल आयात के भी कोई चांस नहीं है। इसके अलावा फरवरी माह में रमजान होने के कारण आगामी दिनों में निर्यात मांग भी निकलेगी। सुना गया है कि इस वर्ष रूस में धनिया की पैदावार 15/20 प्रतिशत कम होने के समाचार मिल रहे हैं। इसके अलावा देश में भी बिजाई घटने के कारण व्यापरिक धारणा बाजार में तेजी की बन गई है। जिस कारण आगामी दिनों में धनिया की कीमतों में धीरे-धीरे तेजी आती रहेगी और मंडियों में ईगल क्वालिटी का भाव 82/85 रुपए बन जाने की संभावना है। जबकि वर्तमान में भाव 72/75 रुपए प्रति किलो बोला जा रहा है। आवक घटी बाजार सूत्रों का कहना है कि उत्पादक केन्द्रों पर सोयाबीन, मक्का, मूंगफली की आवक बढ़ने के कारण मंडियों में धनिया की दैनिक आवक घट गई है। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की गोंडल मंडी को छोड़कर अन्य मंडियों में धनिया की आवक काफी कम रह गई है। मध्य प्रदेश में गुणा मंडी को छोड़कर अन्य मंडियों में आवक सीमित रह गई है। राजस्थान की रामगंज मंडी में आवक 2000/2500 बोरी की हो रही है। जबकि कोटा एवं बारां मंडी में आवक 400/500 बोरी की रह गई है। बिजाईप्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में 11 नवम्बर तक धनिया की बिजाई 382 हेक्टेयर पर की गई है जबकि गत वर्ष इसी समयावधि में बिजाई 4599 हेक्टेयर पर हुई थी गत वर्ष गुजरात में धनिया का कुल बिजाई क्षेत्रफल 1.25 लाख हेक्टेयर का रहा था। जबकि मध्य प्रदेश में गत वर्ष धनिया की बिजाई 1.88 लाख हेक्टेयर पर की गई थी। राजस्थान में गत वर्ष बिजाई 50 हजार हेक्टेयर पर हुई थी। निर्यात में गिरावट चालू वित्त वर्ष के दौरान धनिया के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-अगस्त 2024 के दौरान धनिया का निर्यात 25194.82 टन का हुआ है जबकि गत वर्ष अप्रैल-अगस्त - 2023 के दौरान 67120.65 टन धनिया का निर्यात किया गया था। अर्थात चालू सीजन 2024-25 के प्रथम पांच माह में धनिया निर्यात 62 प्रतिशत कम हुआ है। उल्लेखनीय है कि भाव कम होने के कारण वर्ष 2023-24 में धनिया का रिकॉर्ड निर्यात हुआ और निर्यात का आंकड़ा 108624 टन का छू गया। चालू सीजन के दौरान धनिया का निर्यात गत वर्ष की तुलना में कम रहेगा।