iGrain India - चंडीगढ़ । केन्द्रीय पूल में खाद्यान्न का सर्वाधिक योगदान देने वाले राज्य- पंजाब की मंडियों में चालू खरीफ मार्केटिंग सीजन के दौरान 22 नवम्बर 2023 तक कुल 180.08 लाख टन धान की खरीद हुई जिसमें सरकारी एजेंसियों की भागीदारी 179.45 लाख टन एवं प्राइवेट फर्मों की हिस्सेदारी 63 हजार टन की रही। यह परमल धान का आंकड़ा है। इसमें से 162.62 लाख टन धान का उठाव हो चुका है। मंडियों में 1.54 लाख टन धान का अनबिका स्टॉक मौजूद है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान पंजाब में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) तथा प्रांतीय एजेंसियों द्वारा अब तक पठानकोट जिले में 1.02 लाख टन गुरदासपुर में 7.83 लाख टन, अमृतसर में 2.67 लाख टन, तरन तारन में 9.19 लाख टन, होशियारपुर में 4.19 लाख टन, कपूरथला में 7.44 लाख टन, जालंधर में 10.97 लाख टन,
शहीद भगतसिंह नगर में 3.86 लाख टन, फिरोजपुर में 11.22 लाख टन, फाजिल्का में 1.28 लाख टन, मुक्तसर में 9.17 लाख टन, फरीदकोट में 6.80 लाख टन, मोगा में 12.83 लाख टन, लुधियाना में 18.01 लाख टन, भटिंडा में 13.11 लाख टन, मनसा में 8.04 लाख टन,
बरनाला में 8.57 लाख टन, संगरूर में 20.15 लाख टन, पटियाल में 13.34 लाख टन, फतेहगढ़ साहिब में 4.89 लाख टन, रूप नगर में 2.20 लाख टन तथा साहिबजादा अजित सिंह नगर में 2.35 लाख टन धान खरीदा जा चुका है।
प्राइवेट फर्मों द्वारा सीमित मात्रा में कुछ जिलों में धान खरीदा गया। मंडियों में धान की आवक लगातार घटती जा रही है जिससे सरकारी खरीद की गति भी धीमी पड़ने लगी है।
उम्मीद है कि चालू माह के अंत तक पंजाब में धान की खरीद की प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। फसल की कटाई में इस बार कुछ देर हुई है। मंडियों से धान के उठाव की गति सामान्य देखी जा रही है।