iGrain India - शिकागो । अमरीका के घरेलू प्रभाग में सोयाबीन की जबरदस्त मांग बनी हुई है। वहां क्रशिंग- प्रोसेसिंग इकाइयों में इसकी भारी खपत होने की सूचना है जबकि जैव ईंधन निर्माण में भी सोया तेल का उपयोग बढ़ाया जा रहा है।
उधर लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील में मौसम प्रतिकूल होने से न केवल सोयाबीन की बिजाई प्रभावित हो रही है बल्कि कई क्षेत्रों में बीज में अंकुरण नहीं या नगण्य होने से दोबारा बिजाई की जरूरत भी महसूस की जा रही है लेकिन किसान ज्यादा जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं और उन खेतों को आगे सफरीन्हा मक्का तथा कपास की बिजाई के लिए सुरक्षित रखने के मूड में हैं।
इन फसलों की बिजाई जनवरी-फरवरी में शुरू होने वाली है। अर्जेन्टीना में सोयाबीन की बिजाई हो रही है मगर वहां भी मौसम पूरी तरह अनुकूल नहीं है।
चीन में सोयाबीन की अच्छी मांग निकल रही है क्योंकि वहां अगले साल फरवरी में ल्यूनर नव वर्ष का त्यौहार मनाया जाने वाला है और पशु आहार निर्माण में सोयामील की खपत बढ़ गई है।
ब्राजील के बंदरगाहों पर जगह की कमी होने तथा भीड़-भाड़ बढ़ने से सोयाबीन एवं इसके उत्पादों का निर्यात शिपमेंट प्रभावित होने लगा है। ब्राजील में सोयाबीन के उत्पादन अनुमान में कटौती होने लगी है। वर्तमान समय में कनाडा में सोयाबीन का भाव 15.50-16.00 डॉलर प्रति बुशेल चल रहा है लेकिन कैनोला का भाव कुछ नरम पड़ गया है।
व्यापार विश्लेषकों के मुताबिक यदि पाम तेल बाजार में तेजी आई तो सोयाबीन का वैश्विक बाजार भाव कुछ सुधर सकता है। चूंकि ब्राजील दुनिया में सोयाबीन का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है इसलिए वहां फसल एवं मौसम की स्थिति पर सबकी नजर लगी हुई है।
अमरीका में सोयाबीन फसल की कटाई-तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है और नए माल की जोरदार आवक के सीजन में वहां इसकी भारी मांग देखी जा रही है।
समीक्षकों के अनुसार फरवरी-मार्च में ब्राजील में सोयाबीन की नई फसल की कटाई-तैयारी जोर पकड़ने तक इस महत्वपूर्ण तिलहन का वैश्विक बाजार भाव मजबूत रह सकता है।