iGrain India - कोच्चि । जाड़े के दिनों में अक्सर अदरक एवं सौंठ की मांग एवं खपत बढ़ जाती है जिससे इसका भाव ऊंचा रहता है। इस बार भी सर्दी का मौसम आरंभ होते ही इसकी कीमतों में तेजी-मजबूती के संकेत मिलने लगे हैं। उत्पादक मंडियों में माल की आपूर्ति कम हो रही है जिससे आगामी दिनों में इसका दाम मजबूत रहने की उम्मीद की जा रही है।
खपतकर्ता क्षेत्रों में सौंठ की बिक्री बढ़ रही है। दिल्ली में कर्नाटक लाइन में अदरक की आवक हो रही है और हाल ही में इसका दाम 15-20 रुपए बढ़कर अब 95-100 रुपए प्रति किलो (थोक मूल्य) पर पहुंच गया है।
ज्ञात हो कि इससे पूर्व कीमतों में इतनी ही नरमी भी आ गई थी। शुरूआती दौर में जब अदरक का दाम उछलकर 200-225 रुपए प्रति किलो के उच्च स्तर पर पहुंची थी तब उत्पादकों ने अपना लगभग सम्पूर्ण स्टॉक बेच दिया था।
अब व्यापारियों- स्टॉकिस्टों के हाथों में बाजार आ गया है लेकिन ऊंचे तापमान के कारण अक्टूबर तक इसका भाव नरम रहा। फिर भी कारोबार में कमी नहीं आई और मांग तथा खपत बढ़ती रही। अब आपूर्ति एवं उपलब्धता कमजोर पड़ गई है।
स्टॉकिस्टों ने ऊंचे दाम की उम्मीद से माल का स्टॉक पकड़ रखा था लेकिन जब कीमतों में अपेक्षित तेजी नहीं आई तब उसे अपना स्टॉक मंडियों में उतारना पड़ा। दरअसल उत्पादक क्षेत्रों में अदरक एवं सौंठ के नए माल की आवक भी शुरू हो गई है लेकिन अभी तक आपूर्ति का दबाव नहीं देखा जा रहा है।
सौंठ का भाव फिलहाल 32500-33,000 रुपए प्रति क्विंटल बताया जा रहा है जिसमें आगे कुछ तेजी आ सकती है क्योंकि उत्पादकों एवं स्टॉकिस्टों की बिक्री सीमित हो रही है। केरल के कोच्चि टर्मिनल मार्केट में सौंठ का दाम 350/375 रुपए प्रति किलो होने की सूचना मिल रही है।
जब वहां से खपत वाली मंडियों में माल पहुंचेगा तब स्वाभाविक रूप से उसका भाव ऊंचा रह सकता है। इसमें जल्दी ही अच्छी निर्यात मांग भी निकलने की उम्मीद है।