iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र सरकार ने कहा है कि छोटी इलायची की कीमतों में अच्छी बढ़ोत्तरी का रुख बना हुआ है और मसाला बोर्ड यह सुनिश्चित करने का हर संभव प्रयास कर रहा है कि इलायची के उत्पादकों को आकर्षक एवं लाभप्रद मूल्य हासिल हो।
केन्द्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री के 2021-22 के मार्केटिंग सीजन (अगस्त-जुलाई) में छोटी (हरी) इलायची की कीमतों में मजबूती बरकरार है। उक्त सीजन में इलायची का भारत औसत नीलामी मूल्य 934.94 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया था जो 2022-23 के मार्केटिंग सीजन में बढ़कर 1088.51 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया।
वाणिज्य राज्य मंत्री के मुताबिक चालू मार्केटिंग सीजन के शुरुआती तीन महीनों यानी अगस्त से अक्टूबर 2023 के दौरान छोटी इलायची का भारित औसत मूल्य विभिन्न नीलामी केन्द्रों में उछलकर 1828.52 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया।
मंत्री के अनुसार यद्यपि हरी इलायची का भाव मांग एवं आपूर्ति के आधार पर खुले बाजार में निर्धारित होता है लेकिन मसाला बोर्ड इलायची उत्पादकों को बेहतर वापसी सुनिश्चित करवाने का प्रयास करता रहता है।
भारतीय इलायची में ग्वाटेमाला की इलायची का मिश्रण करने तथा मिश्रित इलायची को नीलामी केन्द्रों में उतरने की शिकायत के सम्बन्ध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में वाणिज्य राज्य मंत्री ने कहा कि मसाला बोर्ड को इस तरह के मिश्रण के बारे में एक शिकायत मिली थी लेकिन उसने सरकार को सूचित किया है कि इसका कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं मिला है जिससे यह साबित हो सके कि मिश्रित इलायची की नीलामी हो रही है।
इसके बावजूद मसाला बोर्ड ने सभी नीलामी कर्ताओं को सावधान रहने तथा यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि नीलामी में मिश्रित इलायची की खेप न उतारी जाए। ग्वाटेमाला की हरी इलायची हल्की क्वालिटी की होती है और इसका मिश्रण होना कठिन होता है।