iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अधीनस्त निकाय- विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना जारी करके इंडियन टाइप एक्सपोर्टर्स फेडरेशन को नेपाल के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की खाद्य सहायता के लिए अनुदान के रूप में 20 मीट्रिक टन गैर बासमती सफेद (कच्चे) चावल के निर्यात की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
अधिसूचना में कहा गया है कि यद्यपि सफेद चावल (एचएस कोड 1006 30 90) के व्यापारिक निर्यात पर प्रतिबंध लगा हुआ है लेकिन भूकंप के शिकार लोगों के लिए फेडरशन को नेपाल सरकार के राष्ट्रीय आपदा जोखिम कमी एवं प्रबंधन प्राधिकरण को अनुदान के रूप में एक बार के लिए इसके निर्यात की अनुमति दी जाती है। इसमें चावल की मात्रा 20 टन निर्यात की गई है।
फेडरेशन ने इसके लिए सरकार को धन्यवाद दिया है। उसका कहना है कि विनाशकारी भूकंप के कारण नेपाल के लोगों की कठिनाई बहुत बढ़ गई है और वहां रहने वालों को मानवीय खाद्य सहायता की सख्त जरूरत है।
फेडरेशन ने सरकार से वहां 20 टन गैर बासमती चावल (सफेद) की खेप भेजने की अनुमति मांगी थी जो अब मिल गई है। यह सामान्य व्यापारिक निर्यात नहीं बल्कि अनुदान है। इससे न केवल नेपाल के लोगों को सहायता मिलेगी बल्कि मानवीय मूल्यों का महत्व भी बढ़ेगा।
नेपाल भारत का निकटतम पड़ोसी देश है और विपदा के समय उसकी आवश्यक मदद जरूर की जानी चाहिए। यदि सही समय पर उसे सहायता प्राप्त हो गई तो नेपाल के लोगों को काफी राहत मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व पतंजलि ग्रुप ने भी नेपाल को कच्चा चावल भेजने की अनुमति मांगी थी और उसे स्वीकृति मिल गई थी। चावल नेपाल के लोगों का मुख्य खाद्य आहार है। फेडरशन ने कहा है कि वह चावल की पूरी मात्रा की डिलीवरी तत्काल करने के लिए प्रतिबद्ध है। इससे दोनों देशों के बीच सम्बन्ध और मजबूत होंगे।