iGrain India - नई दिल्ली । हालांकि मिचौंग समुद्री चक्रवाती तूफान के साथ दक्षिण भारत में हुई जोरदार बारिश के कारण खासकर आंध्र प्रदेश एवं तमिलनाडु के तटवर्ती जिलों में बांधों- जलाशयों में पानी का स्तर कुछ ऊंचा उठने के संकेत मिले हैं लेकिन अन्य राज्यों में जल स्तर में कोई खास सुधार नहीं आया है।
केन्द्रीय जल आयोग (पीडब्ल्यू सी) की साप्ताहिक बुलेटिन के अनुसार देश के 150 प्रमुख बांधों- जलाशयों में लगातार नौवें सप्ताह पानी के भंडार में गिरावट दर्ज की गई। 7 दिसम्बर को इन जलाशयों में केवल 115.172 बिलियन क्यूबिक (बीसीएम) पानी का भंडार मौजूद था जो इसकी कुल संचित भंडारण क्षमता 178.784 बीसीएम का 64 प्रतिशत है।
आयोग के मुताबिक चालू सप्ताह के आरंभिक दिनों के दौरान मिचौंग तूफान के प्रकोप से तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश में मूसलाधार बारिश हुई। इसके अलावा तेलंगाना, उड़ीसा एवं बिहार में भी वर्षा हुई। लेकिन इसके बावजूद जल स्तर गत वर्ष एवं पिछले 10 साल के औसत स्तर से नीचे ही रहा।
मौसम विभाग के अनुसार 7 दिसम्बर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान देश के कुछ 36 मौसम उपखंडों में से कम से कम 24 उपखंड में सामान्य औसत से अधिक बारिश हुई। 1 अक्टूबर से यानी मानसून सीजन के बाद से अब तक देश के कुल 713 आंकलित जिलों में से 13 प्रतिशत या 93 जिलों में वर्षा का अभाव बना हुआ है।
इसके अलावा 29 प्रतिशत या 206 जिले ऐसे हैं जहां सामान्य औसत से कम बारिश हुई। लेकिन फिर भी यह आंकड़ा दो सप्ताह पूर्व की स्थिति से बेहतर है जब 60 प्रतिशत से अधिक जिलों में वर्षा नहीं, नगण्य या कम हुई थी। बांधों-जलाशयों में पानी का कम भंडार चिंता का विषय है क्योंकि इससे रबी फसलों की सिंचाई में बाधा पड़ सकती है।