iGrain India - कानपुर। भारत सरकार द्वारा मटर आयात खोले जाने से मटर बाजार बाजार पानी पानी ही गया। इस सप्ताह मटर में स्टाकिस्टों की घबराहटपूर्ण बिकवाली देखी गयी जिस कारण कीमतों में जोरदार गिरावट देखी गयी। मटर का आयात खोले जाने से पहले कनाडा में मटर में भाव 360/65 डॉलर प्रति थे जो बढ़कर 500 डॉलर प्रति टन बोले जा रहे है। कनाडा से लधान होने के बाद भारतीय पोर्ट पर पहुंचने में 25/30 दिन का समय लगता है। जनवरी माह के अंत में भारत में मटर की उपलब्धता अच्छी मात्रा बढ़ेगी और कीमतों पर दबाव बना रहेगा। 8 दिसंबर तक देश में मटर की बिजाई 8.46 लाख हेकटेयर में हुई जो गत वर्ष की समानवधि से 0.21 लाख हेकटेयर अधिक है। बिकवाली का दबाव बढ़ने लिवाली सुस्त पड़ने से इस साप्ताह कानपुर मटर की कीमतों में 700 रुपए प्रति क्विंटल की जोरदार गिरावट दर्ज की गयी और इस गिरावट के साथ भाव सप्ताहांत में 5950/6000 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी। इसी प्रकार ललितपुर मटर की कीमतों में भी इस साप्ताह 600/700 रुपए प्रति क्विंटल का मंदा देखा गया और इस मंदे के साथ भाव सप्ताहांत में मिल क्वालिटी 5300/5400 रुपए व पोलिश 5700/5800 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी। ग्राहकी न के समान होने से उरई मटर में इस साप्ताह के दौरान 1000 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गयी और इस गिरावट के साथ भाव सप्ताहांत में 5400/5450 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी। इसी प्रकार जालौन मटर में भी इस साप्ताह 550 रुपए प्रति की क्विंटल का मंदा दर्ज किया गया और इस मंदे के साथ भाव सप्ताहांत में 5664 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी। महोबा मटर में 700 रुपए व राठ में 600 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गयी और इस गिरावट के साथ भाव सप्ताहांत में महोबा 5200/5700 रुपए व राठ 5000/5800 रुपए प्रति क्विंटल रह गए।
मटर दाल
मटर की गिरावट के असर व लिवाली सुस्त पड़ने से चालू साप्ताह के दौरान मटर दाल की कीमतों में 800 रुपए प्रति क्विंटल गिरावट दर्ज की गयी और इस गिरावट के साथ भाव सप्ताहांत में 6000/6100 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी।