iGrain India - नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नैफेड, एनसीसीएफ तथा केन्द्रीय भंडार के खुदरा बिक्री केन्द्रों (रिटेल आउटलेट्स) पर उपलब्ध भारत आटा की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है और खरीदार इसकी लिवाली में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे है।
इसके फलस्वरूप अब भारत ब्रांड नाम से खाद्य तेल तथा चाय की बिक्री शुरू किए जाने की मांग उठने लगी है। उल्लेखनीय है कि दीपावली से पूर्व सरकार ने खाद्य महंगाई को नियंत्रित करने हेतु भारत आटा स्कीम आरंभ की थी।
इसके लिए नैफेड एवं एनसीसीएफ को निश्चित मूल्य पर खाद्य निगम के गोदामों से 2.50 लाख टन गेहूं आवंटित किया गया था और इसकी प्रोसेसिंग करवाने के बाद भारत ब्रांड से 27.50 रुपए प्रति किलो की दर से आम उपभोक्ताओं को आटा मुहैया करवाने के लिए कहा गया था। खुले बाजार में क्वालिटी, ब्रांड एवं स्थान के आधार पर गेहूं आटा का भाव 36 से 60 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहा है। कुछ ब्रांडों का दाम तो इससे भी ऊंचा है।
गेहूं का खुला बाजार भाव भी सरकारी समर्थन मूल्य से काफी ऊंचा है जिसे घटाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। हाल ही में गेहूं की भंडारण सीमा के तहत नियत मात्रा में 50 प्रतिशत की भारी कटौती कर दी गई है जबकि खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत जून की साप्ताहिक ई-नीलामी में ऑफर की मात्रा को 3 लाख टन से बढ़ाकर 4 लाख टन नियत किया गया है। दरअसल सरकार चाहती है कि घरेलू बाजार में गेहूं की पर्याप्त आपूर्ति एवं उपलब्धता सुनिश्चित हो और इसका दाम उचित स्तर पर रहे।
ध्यान देने की बात है कि नैफेड द्वारा पहले से ही भारत ब्रांड के तहत चना दाल की बिक्री की जा रही है और उपभोक्ता इसकी खरीद में भी अच्छी रुचि दिखा रहे हैं। अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव को देखते हुए समीक्षकों का मानना है कि भारत ब्रांड नाम के तहत सरकार सस्ते दाम पर खाद्य तेल एवं चाय की बिक्री शुरू करने पर विचार कर सकती है। नैफेड के पास करीब 10 लाख टन सरसों का विशाल स्टॉक मौजूद है।