iGrain India - तिरुअनन्तपुरम । मिचौंग समुद्री चक्रवाती तूफान के प्रभाव से तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना एवं उड़ीसा जैसे राज्यों में मूसलाधार बारिश होने के कुछ ही दिनों के बाद अब दक्षिणी राज्यों में दोबारा वर्षा का दौर शुरू होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार 15 से 18 दिसम्बर के दौरान तमिलनाडु, केरल तथा माहे में गरज चमक के साथ वर्षा होने अथवा हल्की से मध्यम श्रेणी की बौछार पड़ने का अनुमान है।
दक्षिणी तमिलनाडु में 16 दिसम्बर को कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश हो सकती है जबकि 17 दिसम्बर को तमिलनाडु के साथ-साथ केरल में भी वर्षा होने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भाग में बादल फटने की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया है।
इसका असर श्रीलंका तक होने की संभावना है। उत्तर-पूर्व मानसून अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। उधर श्रीलंका के मौसम विभाग ने भी 14 दिसम्बर से अगले कुछ दिनों तक देश के विभिन्न भागों में वर्षा होने अथवा मौसम नम रहने की अधिसूचना जारी की है। वहां वावुनिया, किलीनोच्छी, मन्नार, अनुराधापुरा एवं हंबन टोटा जिलों में बारिश होने की चेतावनी दी गई है।
इधर भारत में 14 से 18 दिसम्बर के लिए जो मौसम अपडेट जारी किया गया है उससे पता चलता है कि यद्यपि इस अवधि में कोई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं रहेगा लेकिन देश के दक्षिणी प्रांतों में बारिश का दौर जारी रह सकता है।
इसका मतलब है कि अगले चार-पांच दिनों तक भारत के पश्चिमोत्तर राज्यों में वर्षा नहीं या नगण्य हो सकती है। दक्षिणी प्राद्वीपीय में कुल मिलाकर सामान्य स्तर से अधिक बारिश होने की संभावना है।
अन्तर्राष्ट्रीय मौसम मॉडल्स ने संकेत दिया है कि चालू माह के अंत तक भारत से उत्तर-पूर्व मानसून प्रस्थान कर सकता है लेकिन जनवरी 2024 में देश के कई राज्यों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। अनेक भागों में आश्चर्यजनक रूप से सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है जिससे रबी फसलों को राहत मिल सकती है।
पश्चिमोत्तर भारत के मध्यवर्ती भाग तथा बाद में पूर्वी भारत एवं उससे सटे दक्षिणी राज्यों में बारिश हो सकती है। जनवरी की वर्षा एवं उसके बाद ठंडे मौसम के प्रभाव से रबी फसलों की प्रगति में सहायता मिलने की आशा की जा रही है।