iGrain India - कुआलालम्पुर। दुनिया में पाम तेल के दूसरे सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश मलेशिया की सरकार ने जनवरी 2024 के लिए भी क्रूड पाम तेल (सीपीओ) पर 8 प्रतिशत के निर्यात शुल्क को बरकरार रखा है।
सरकारी संस्था- मलेशिया पाम ऑयल बोर्ड (एम्पोब) द्वारा अपने वेबसाइट पर डाले गए एक सर्कुलर से पता चलता है कि जनवरी के लिए सीपीओ का संदर्भ मूल्य (रिफ्रेंस प्राइस) 3679.50 रिंगिट (790.95 डॉलर) प्रति टन आंका गया है जो दिसम्बर 2023 के लिए आंकलित रिफ्रेंस प्राइस 3589.09 रिंगिट प्रति टन से काफी ऊंचा है।
मलेशिया में प्रचलित नियम के अनुसार यदि सीपीओ का रिफ्रेंस मूल्य 3480 रिंगिट प्रति टन से ऊंचा रहेगा तो उस पर 8 प्रतिशत का निर्यात शुल्क लागू होगा। निर्यात शुल्क के लिए स्लैब का निर्माण किया गया है जिसकी शुरुआत 2250 रिंगिट प्रति टन से होती है।
यदि सीपीओ का रिफ्रेंस मूल्य 2250 रिंगिट प्रति टन से नीचे रहता है तो उस पर कोई निर्यात शुल्क नहीं लगेगा। लेकिन 2250 से 2400 रिंगिट प्रति टन के बीच वाले रिफ्रेंस मूल्य पर 3 प्रतिशत का निर्यात शुल्क लागू होगा और इसके बाद जैसे-जैसे रिफ्रेंस मूल्य बढ़ता जाएगा, वैसे-वैसे निर्यात शुल्क के स्तर में भी बढ़ोत्तरी होती जाएगी।
इसकी उच्चतम सीमा 8 प्रतिशत होगी जो 3450 रिंगिट प्रति टन से ऊपर के रिफ्रेंस मूल्य के लिए मान्य है। कहने का आशय यह है कि मलेशिया में क्रूड पाम तेल रिफ्रेंस मूल्य 3450 रिंगिट प्रति टन से चाहे जितना भी ऊंचा हो उस पर 8 प्रतिशत का ही निर्यात शुल्क लगेगा जबकि यदि यह रिफ्रेंस मूल्य 2250 रिंगिट प्रति टन से नीचे आंका जाता है तो सीपीओ का निर्यात पूरी तरह शुल्क मुक्त रहेगा। बशर्ते सरकार द्वारा नियमों में कोई बदलाव न किया जाये।