iGrain India - नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा आम उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर खाद्य उत्पादों की आपूर्ति एवं उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयास के अंतर्गत भारत ब्रांड नाम से फ़िलहाल चना दाल एवं गेहूं के आटे की बिक्री की जा रही है जबकि अब इस सूची में भारत चावल को भी शामिल करने का प्लान बनाया गया है। भारत चावल का दाम 25 रुपए प्रति किलो नियत किये जाने की सम्भावना है जबकि भारत आटा का मूल्य 27.50 रुपए प्रति किलो एवं भारत चना दाल का मूल्य 60 रुपए प्रति किलो है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार खाद्य उत्पादों के बढ़ते दाम को नियंत्रित करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। भारत चावल को भी नैफेड, एनसीसीएफ एवं केंद्रीय भण्डार के खुदरा आउटलेट्स पर उपलब्ध करवाया जायेगा और मोबाइल वैन के जरिये भी उसकी बिक्री की जाएगी। हालांकि घरेलू प्रभाग में चावल की उपलब्धता की स्थिति अच्छी है लेकिन फिर भी कीमत मजबूत बनी हुई है। अगले साल आम चुनाव होने वाला है जबकि महंगाई का मुद्दा सरकार को परेशान कर रहा है। चावल का दाम घटाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही हैं।
सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत चावल बेचना आरम्भ किया और फिर जुलाई में गैर बासमती सफ़ेद चावल के निर्यात पर प्रतिबन्ध लगा दिया। अगस्त में गैर बासमती सेला चावल पर 20 प्रतिशत का निर्यात शुल्क लगाया गया और बासमती चावल के लिए 1200 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (मेप) नियत किया गया। अब उसे घटाकर 950 डॉलर प्रति टन निर्धारित किया गया है।
ध्यान देने वाली बात है कि अखिल भारतीय स्तर पर चावल का औसत खुदरा मूल्य बढ़कर 43.70 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया है जो पिछले साल के मुकाबले 14 प्रतिशत अधिक है। हालांकि सरकार ने मिलर्स को चावल की पैकिंग पर उच्चतम खुदरा मूल्य घटाने के लिए कहा है लेकिन अभी तक इसका कोई परिणाम सामने नहीं आया है। इसे देखते हुए सरकार 25 रुपए प्रति किलो की दर से चावल बेचने का प्लान बना रही है। वैसे अभी सरकारी तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गयी है।