iGrain India - नई दिल्ली । आर्थिक मामलों की केन्द्रीय कैबिनेट समिति (सीसीईए) ने वर्ष 2023 की तुलना में वर्ष 2024 के लिए नारियल कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 250-300 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है।
उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा मिलिंग कोपरा एवं बॉल कोपरा का अलग-अलग समर्थन मूल्य निर्धारित किया जाता है।
27 दिसम्बर को सीसीईए की एक महत्वपूर्ण बैठक में सामान्य औसत क्वालिटी (एफएक्यू) के मिलिंग कोपरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023 के 10,860 रुपए प्रति क्विंटल से 300 रुपए या करीब 3 प्रतिशत बढ़कर 2024 के लिए 11,160 रुपए प्रति क्विंटल तथा बॉल कोपरा के लिए 11,750 रुपए प्रति क्विंटल से 250 रुपए या करीब 2 प्रतिशत बढ़ाकर 12,000 रुपए प्रति क्विंटल नियत करने का निर्णय लिया गया।
सरकार का कहना है कि कोपरा का यह समर्थन मूल्य कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों पर आधारित प्रमुख नारियल उत्पादक राज्यों ने भी कुछ इसी तरह का सुझाव दिया था। समर्थन मूल्य में की गई इस बढ़ोत्तरी के निर्णय से उत्पादकों को मिलिंग कोपरा के लिए 51.84 प्रतिशत एवं बॉल कोपरा के लिए 63.26 प्रतिशत का मार्जिन सुनिश्चित हो सकेगा।
एक केन्द्रीय मंत्री के अनुसार पिछले 10 वर्षों के दौरान कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य में दोगुने से भी ज्यादा का इजाफा किया गया है।
2014-15 के सीजन हेतु मिलिंग कोपरा का समर्थन मूल्य 5250 रुपए प्रति क्विंटल तथा बॉल कोपरा का एमएसपी 5500 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया था।
अक्सर थोक मंडियों में कोपरा का भाव घटकर न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे आ जाता है और तब केन्द्रीय एजेंसी- भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नैफेड) को उत्पादकों से भारी मात्रा में इसकी खरीद करनी पड़ती है।
वर्ष 2023 के दौरान इस एजेंसी द्वारा 1493 करोड़ रुपए मूल्य के 1.33 लाख टन कोपरा की खरीद की गई जिससे लगभग 90 हजार उत्पादक लाभान्वित हुए।