iGrain India - थूथुकूडी । देश के सुदूर दक्षिण राज्य- तमिलनाडु में लगातार हुई मुसलाधार वर्षा एवं उससे उत्पन्न बाढ़ के प्रकोप से कृषि फसलों को काफी नुकसान होने की खबर आ रही है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार इन प्राकृतिक घटनाओं के कारण थूथुकूडी जिले में 7417 मकान ध्वस्त हुए, 1.07 लाख पशुओं की मौत हुई और 2.24 लाख एकड़ क्षेत्र में फसलें बर्बाद हो गईं। 17-18 दिसम्बर को वहां भयंकर बाढ़ आई थी।
फिलहाल वहां जान-माल के नुकसान का आंकलन जारी है इसलिए क्षति का दायरा और बढ़ सकता है। कई इलाकों में खेत जलमग्न हो गए हैं जहां सर्वेक्षण के कार्य में बाधा पड़ रही है। बाढ़ के कारण 22 से अधिक लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है। 5 अन्य शवों की पहचान होनी बाकी है।
जिन 1.07 लाख पशुओं की मौत हुई है उसमें 2785 गाय एवं 22,072 बकरियां भी शामिल हैं। इसी तरह 2,24,602 एकड़ में फसलों को नुकसान हुआ है जिसमें मिलेट्स या मोटे अनाज मुख्य रूप से सम्मिलित है।
केला के अनेक बागान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि थूथुकूडी तमिलनाडु का तटवर्ती जिला है। वहां 17 एवं 18 दिसम्बर 2023 को अत्यन्त मूसलाधार बारिश हुई थी।
कुल औसत वर्षा 351.79 मि०मी० दर्ज की गई। कयालपट्टिनम में तो 932 मि०मी० की बारिश हो गई जिससे पूरा इलाका गंभीर बाढ़ की चपेट में आ गया। इसके अलावा तिरुचेंदूर, कोपिल पट्टी, साथन कुलम और थूथुकूडी शहर में भी अत्यन्त भारी वर्षा दर्ज की गई।
नदियों के उद्गम क्षेत्र में मूसलाधार वर्षा होने से बाढ़ आई थी जबकि बांधों- जलाशयों से भी पानी छोड़ दिया गया और ऊपर से बारिश होती रही।
इसके फलस्वरूप हर जगह पानी ही पानी भर गया। इसकी निकासी का मार्ग अवरुद्ध होने से बाढ़ का खतरा और भी गंभीर हो गया। वहां राहत एवं बचाव कार्य जारी है।