💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

दक्षिण भारत में जलाभाव के कारण रबी फसलों के लिए खतरा बरकरार

प्रकाशित 29/12/2023, 09:48 pm
दक्षिण भारत में जलाभाव के कारण रबी फसलों के लिए खतरा बरकरार

iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय जल आयोग के आंकड़ों से पता चलता है कि देश के 150 प्रमुख जलाशयों में पानी का स्तर लगातार 12 वें सप्ताह घटकर नीचे आ गया।

उत्तरी राज्यों में यह को भंडारण क्षमता के 60 प्रतिशत से नीचे तथा दक्षिण भारत में 40 प्रतिशत से नीचे आने की सूचना मिल रही है।

चिंता का विषय यह भी है कि दक्षिण भारत में कुल 42 प्रमुख जलाशयों में से 22 में पानी का स्तर कुल भंडारण क्षमता से 50 प्रतिशत से भी कम रह गया है।

जल आयोग की साप्ताहिक बुलेटिन के अनुसार चालू सप्ताह के दौरान 150 प्रमुख बांधों- जलाशयों में पानी का स्तर घटकर 107.07 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) रह गया जो 178.784 की बीसीएम की कुल भंडारण क्षमता का 60 प्रतिशत है।

पिछले सप्ताह यह जल स्तर 62 प्रतिशत था। आयोग के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस वर्ष जल स्तर 20 प्रतिशत बिंदु नीचे है जबकि यह 10 वर्षीय स्तर से भी 34 प्रतिशत बिंदु कम है।

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार दक्षिणी भारत में घटता जल स्तर निश्चित रूप से गंभीर चिंता की बात है क्योंकि तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना एवं कर्नाटक जैसे राज्य फसलों की सिंचाई के लिए काफी हद तक इन बांधों- जलाशयों पर निर्भर हैं।

वहां जल स्तर में भारी गिरावट आने से धान, दलहन एवं तिलहन की फसलें प्रभावित होने की आशंका है। इसके तहत खासकर रबी कालीन धान पर ज्यादा असर पड़ सकता है आंध्र प्रदेश एवं तमिलनाडु में धान की खेती प्रभावित हुई है जबकि उत्तरी कर्नाटक में भी पानी का भारी अभाव महसूस किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि चालू माह के दौरान मिचौंग नामक समुद्री चक्रवाती तूफान के कारण तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश एवं उड़ीसा जैसे राज्यों में तेज हवा के साथ भारी बारिश हुई लेकिन यह वर्षा मुख्यत: समुद्र के तटवर्ती जिलों तक ही सीमित रही जबकि अन्य भागों में मौसम काफी हद तक शुष्क बना रहा जिससे वहां फसलों को नुकसान होने की संभावना है।

विशेषज्ञों के मुताबिक नदियों के उद्गम स्थानों में अपेक्षित बारिश नहीं होने से जलाशयों में पानी का स्तर घट गया। दक्षिण भारत में जलाशयों में पानी का स्तर महज 41 प्रतिशत दर्ज किया गया।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित