iGrain India - हनोई । चालू वर्ष के दौरान वियतनाम से चावल का शानदार निर्यात हो रहा है क्योंकि कच्चे (सफेद) चावल के निर्यात में उसे पिछले पांच महीनों से भारत की प्रतिस्पर्धा का सामना नहीं करना पड़ रहा है और थाईलैंड में भी चावल का स्टॉक कम है।
वियतनाम के सीमा शुल्क विभाग ने वर्ष 2023 के दौरान देश से चावल का कुल निर्यात बढ़कर 32 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया है। इसमें करीब 4.80 अरब डॉलर की आमदनी प्राप्त होने की संभावना है।
1 जनवरी से 15 दिसम्बर 2023 के दौरान वियतनाम से 4.50 अरब डॉलर मूल्य के 79 लाख टन से अधिक चावल का निर्यात हो गया। इस तरह वर्ष 2022 की समान अवधि के मुकाबले वर्ष 2023 के दौरान वियतनामी चावल की निर्यात मात्रा में 11 प्रतिशत एवं निर्यात आय में 29 प्रतिशत का शानदार इजाफा हुआ।
समीक्षकों के अनुसार भारत के निर्यात प्रतिबंध के निर्णय से वियतनाम के चावल निर्यातकों को भारी फायदा और चावल का वैश्विक बाजार भाव उछलने से निर्यातकों को शानदार आमदनी भी प्राप्त हुई।
पिछले दो महीनों से वियतनामी चावल के औसत इकाई निर्यात ऑफर मूल्य में बढ़ोत्तरी का रुख जारी है। दिसम्बर के आरंभ में चावल का निर्यात मूल्य उछलकर 663 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया जो वर्ष 2008 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर था।
समीक्षकों का मानना है कि वर्ष 2024 में चावल का वैश्विक उत्पादन करीब 52 करोड़ टन तथा वैश्विक उपयोग 52.50 करोड़ टन पर पहुंचने का अनुमान है जिसमें आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति जटिल रह सकती है।
इसके फलस्वरूप चावल का वैश्विक बकाया स्टॉक घटकर 16 करोड़ टन के आसपास रह जाने का अनुमान है। भारत से सफेद चावल के निर्यात पर अगले वर्ष भी प्रतिबंध बरकरार रहने की संभावना है।
उधर वियतनामी चावल का निर्यात मूल्य 640 डॉलर प्रति टन के करीब रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। वियतनाम दुनिया में चावल के तीन शीर्ष निर्यातक देशों में शामिल है।