iGrain India - रियो डी जेनेरो । दुनिया में सोयाबीन के सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- ब्राजील में इस बार अल नीनो के प्रकोप से मौसम की हालत प्रतिकूल बनी हुई है।
देश के मध्यवर्ती एवं उत्तरी राज्यों में गंभीर सूखे का संकट बना हुआ है तो दक्षिणी भाग में भारी वर्षा हो रही है। ब्राजील के अधिकांश इलाकों में सोयाबीन की बिजाई समाप्त हो चुकी है।
मगर मध्य दक्षिणी क्षेत्र में अवस्थित एक महत्वपूर्ण उत्पादक राज्य- माटो ग्रोसो डो सूल में बिजाई की प्रक्रिया में बार-बार बाधा पड़ती रही। इसे देखते हुए वहां सोयाबीन बिजाई की समय-सीमा को 13 जनवरी तक बढ़ा दिया गया है।
माटो ग्रोसो तथा पराना के बाद माटो-ग्रोसो में सोयाबीन की बिजाई की अवधि बढ़ाई गई है। दरअसल अक्टूबर-नवम्बर के पीक बिजाई सीजन के दौरान ब्राजील के अधिकांश भागों में मौसम अत्यन्त गर्म एवं सूखा रहने से किसानों को सोयाबीन की खेती की गति बढ़ाने का पूरा अवसर नई मिल सका। इसे देखते हुए कृषि मंत्रालय ने कुछ राज्यों में बिजाई का समय बढ़ा दिया।
सबसे प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्य- माटो ग्रोसो में सोयाबीन की अगैती नई फसल की छिटपुट कटाई-तैयारी आरंभ हो गई है जबकि कुछ राज्यों में अभी तक बिजाई की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो सकी है।
माटो ग्रोसो डो सूल प्रान्त में लम्बे समय तक वर्षा का अभाव रहने से किसानों ने सोयाबीन की बिजाई का ज्यादा जोखिम नहीं उठाया। कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल भयंकर गर्मी के कारण या तो सूख गई या उसमें ठीक से अंकुरण नहीं हो सका।
वहां दोबारा बिजाई की आवश्यकता है। इसके लिए भी अतिरिक्त समय देने की मांग की गई थी। आम तौर पर माटो ग्रोसो डो सूल प्रान्त के लिए सोयाबीन की बिजाई की समय सीमा 24 दिसम्बर तक रहती है लेकिन प्रतिकूल मौसम को देखते हुए इसकी समय सीमा बढ़ा दी गई है।
ब्राजील में सोयाबीन का उत्पादन पूर्व अनुमान की तुलना में इस बार काफी घटने की संभावना है। अत्यन्त शुष्क एवं गर्म मौसम के कारण फसल को हुई भारी क्षति को देखते हुए सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य- माटो ग्रोसो में सोयाबीन की औसत उपज दर 20 प्रतिशत घटने की आशंका है।
वहां इसके उत्पादन में 91 लाख टन से अधिक की गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है। उधर दूसरे सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य-पराना में भारी वर्ष होने तथा कुछ इलाकों में बाढ़ आने से सोयाबीन की फसल क्षतिग्रस्त हुई।
रियो ग्रैंड डो सूल प्रान्त में भी भारी बारिश होने की सूचना है। ये दोनों राज्य ब्राजील के दक्षिणी भाग में स्थित है। उत्तरी एवं पूर्वोत्तर राज्यों में वर्षा का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।