iGrain India - पनामा सिटी । पनामा नहर के रास्ते जहाजों का आवागमन बढ़ाने का प्रयास शुरू हो गया है। दरअसल पनामा नजर में अक्टूबर के अंत में जल स्तर काफी घटने का अनुमान लगाया गया था लेकिन अब पता चला है कि जल स्तर में ज्यादा गिरावट नहीं आई है।
इसे देखते हुए वहां 15 जनवरी तक रोजाना 24 जहाजों का आवागमन शुरू होने की संभावना है। उस समय पनामा नहर प्राधिकरण (पीसीए) ने दैनिक आवागमन के तहत जहाजों की संख्या घटाकर दिसंबर में 22 जनवरी में 20 तथा फरवरी में 18 पर नियत करने की बात कही थी लेकिन अब इसमें परिवर्तन कर दिया है।
दरअसल नवम्बर 2023 में वहां बारिश हुई और झील का जल प्रवाह बढ़ गया। इससे सीसीए को राहत मिली। उसने भी जल संरक्षण उपायों को सख्ती से लागू किया।
वर्तमान समय में इस नहर के रास्ते रोजाना 22 जहाजों के आवागमन की अनुमति दी गई है। इसमें से 6 जहाजों को नियोपनामाएप्स तथा 16 जहाजों को पनामाएक्स के रास्ते से आने जाने की स्वीकृति मिली है।
उधर गटुन झील में अभी जल स्तर घट जाने से चुनौतियां उत्पन्न हो गई हैं जिससे पनामा नजर में जहाजों के आवागमन पर नियंत्रण रखा जा रहा है।
अल नीनो मौसम चक्र के कारण उत्तरी अमरीका महाद्वीप के कई देशों में वर्षा का अभाव होने से बड़े-बड़े नहाजों एवं झीलों में जलस्तर घट गया है। आमतौर पर पनामा नजर से 35 जहाजों के दैनिक आवागमन की अनुमति रहती है।
पीसीए के अनुसार 16 जनवरी से पनामा नजर के रास्ते 24 जहाजों को रोजाना आने जाने की अनुमति होगी और प्रतिदिन प्रत्येक कस्टमर को एक बुकिंग स्लॉट की स्वीकृति दी जाएगी।
रिजर्वेशन सिस्टम के तहत आने वाले प्रतिस्पर्धी जहाजों को अपवाद स्वरूप कुछ अतिरिक्त कोटा प्रदान किया जा सकता है। पनामा नजर में वर्तमान जल संकट की गहन निगरानी की जा रही है और जब तक जल स्तर में पर्याप्त बढ़ोत्तरी नहीं होगी तब तक जहाजों के आवागमन की वर्तमान व्यवस्था बरकरार रहेगी।
पनामा नजर के रास्ते अनेक देशों से जहाजों का आवागमन होता है लेकिन यह स्वेज नजर एवं लाल सागर से कम व्यस्त माना जाता है।