iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय गृह सचिव से ठोस आश्वासन मिलने के बाद ट्रक चालकों एवं अन्य परिवहन कर्मियों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है और वे अपने काम पर लौट आये हैं।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने बढ़ती सड़क दुर्घटना को देखते हुए एक्सीडेंट के सम्बंद में सख्त कानून बनाया था जिसके विरोध ट्रकर्स ने 1 जनवरी से हड़ताल आरंभ कर दिया।
इससे जहां ईंधन, फल-सब्जी एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति ठप्प पड़ गई वहीँ भीषण महंगाई से जूझ रहे आम लोगों की कठिनाई भी बढ़ गई। 1 और 2 जनवरी को हड़ताल जारी रही। बाद में गृह सचिव का अश्वासन मिलने के बाद 2 जनवरी की देर रात से इसे वापस लेने की घोषणा की गई।
गृह सचिव ने कहा कि अभी यह कानून लागू नहीं हुआ है और क्रियान्वयन से पूर्व सभी सम्बद्ध पक्षों के साथ बातचीत की जाएगी। हिट एंड रन मामले में सजा का प्रावधान काफी सख्त किए जाने वाले कानून का विरोध करने के लिए ट्रक ड्राइवरों ने हड़ताल कर दी थी।
इससे देश भर में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया और पेट्रोल पम्प पर लोगों की लम्बी-लम्बी कतारें लगने लगीं। दो दिनों में ही फलों-सब्जियों के दाम भी 10-15 प्रतिशत बढ़ गए।
इससे पूर्वी एवं आवश्यक खाद्य दामों की आपूर्ति एवं उपलब्धता प्रभावित हो तथा कीमतों में और तेजी आने की संभावना बने, सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मामला संभालने का प्रयास किया।
दरअसल सरकार अभी कोई ऐसा कदम नहीं उठाना चाहती है जिससे महंगाई में इजाफा हो क्योंकि संसदीय आम चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है। ट्रक-टैंकर चालकों की हड़ताल जल्दी से जल्दी समाप्त करवाना आवश्यक था।
नया कानून फिलहाल स्थगित रखा जा सकता है और इसे समीक्षकों से विचार-विमर्श के बाद ही लागू किए जाने की संभावना है।