iGrain India - वैंकुवर । कनाडा के निर्यातक अपने अनुबंधों को पूरा करने के लिए अमरीका से मसूर का आयात करते हैं। 2022-23 के मार्केटिंग सीजन के दौरान अमरीका से मसूर का जितना निर्यात हुआ उसके 41 प्रतिशत भाग की खरीद कनाडा द्वारा की गई।
मालूम हो कि दोनों देशों की सीमा आपस में मिली हुई है और इस सीमा मार्ग से भारी मात्रा में अमरीका मसूर कनाडा पहुंचती है। अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) के आंकड़ों के अनुसार 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में अमरीका से कनाडा को 50 प्रतिशत मसूर का निर्यात हो चुका है।
2022-23 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन में अमरीका में कनाडा को 76 हजार टन मसूर का निरयत किया था जबकि चालू मार्केटिंग सीजन के आरंभिक चार महीनों (जुलाई-अक्टूबर 2023) में यह आंकड़ा 44 हजार टन पर पहुंच गया। इससे संकेत मिलता है कि चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान कनाडा में अमरीका की मसूर का आयात काफी बढ़ सकता है क्योंकि वहां इसके घरेलू उत्पादन में काफी गिरावट आ गई है।
ध्यान देने की बात है कि कनाडा में मसूर की घरेलू खपत बहुत कम होती है इसलिए वह इसके अधिकांश स्टॉक का निर्यात भारत तुर्की एवं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जैसे देशों को कर देता है।
एक समीक्षक के अनुसार अमरीका से मसूर के निर्यात का कुछ भाग कनाडा के रास्ते भी किया जाता है इसलिए सम्पूर्ण आयात को कनाडा का मानना उचित नहीं है।
दरअसल भारत में अमरीकी मसूर पर 10 प्रतिशत का अतिरिक्त आयात शुल्क लागू था और अमरीका के निर्यातक इस शुल्क के भुगतान से बचने के लिए कनाडा के रास्ते मसूर का निर्यात करते थे।
चार-पांच माह पूर्व तक यह प्रक्रिया चल रही थी लेकिन जब भारत सरकार ने अमरीका सहित सभी देशों से मसूर के आयात को पूरा तरह शुल्क मुक्त कर दिया तब इस मार्ग से निर्यात की जरूरत खत्म हो गई। अब अमरीका से भारत को सीधा निर्यात हो सकता है।
इसके बावजूद कनाडा में अमरीका मसूर की आवक का प्रवाह जारी है और आगे भी इसका सिलसिला बरकरार रहने की संभावना है।
पहले वाशिंगटन के टकोमा बंदरगाह से मसूर का निर्यात करना सस्ता पड़ता था मगर अब कनाडा के वैंकुवर तथा मॉन्ट्रियल से इसका शिपमेंट लाभप्रद माना जा रहा है। अमरीका के आंतरिक भाग में रेल किराया ऊंचा है जबकि कनाडा के लिए यह करीब 33 प्रतिशत कम बैठता है।