iGrain India - पुणे । चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान महाराष्ट्र में अब तक चीनी मिलों द्वारा 944.82 लाख टन गन्ना की क्रशिंग करके 95.29 लाख टन चीनी का निर्माण किया गया। राज्य में इस बार 207 चीनी मिलों में गन्ना की क्रशिंग आरम्भ हुई थी जिसमें से 22 इकाइयां अब तक बंद हो चुकी हैं।
पिछले सीजन की समान अवधि के दौरान महाराष्ट्र में 211 मिलों में 998.17 लाख टन गन्ना की क्रशिंग हुई थी और 99.12 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
उद्योग समीक्षकों को चालू सीजन के अंत तक राज्य में चीनी का बेहतर उत्पादन होने की उम्मीद है क्योंकि इस बार गन्ना से चीनी की औसत रिकवरी दर बढ़कर 10.09 प्रतिशत पर पहुंच गई जो पिछले सीजन के 9.93 प्रतिशत से ऊंची है। इसके अलावा बेमौसमी वर्षा के कारण वहां गन्ना की उपलब्धता में भी वृद्धि होने की उम्मीद है।
इस बीच पश्चिमी महाराष्ट्र के गन्ना उत्पादक काफी चिंतित और परेशान हैं। उनकी शिकायत है कि चीनी मिलें गन्ना का उठाव तेजी से नहीं कर रही हैं जिससे इसकी उपज दर एवं चीनी की रिकवरी दर प्रभावित हो सकती है और क्वालिटी पर असर पड़ सकता है।
गन्ना कटर्स भी अतिरिक्त भुगतान की मांग कर रहा है जिससे फसल की कटाई में बाधा पड़ रही है। इन चुनौतियों के बावजूद चीनी मिलें गन्ना किसानों की शिकायत एवं चिंता पर कोई खास ध्यान नहीं दे रही है।
इसके साथ-साथ महाराष्ट्र के मराठवाड़ा तथा विदर्भ संभाग में पानी के अभाव का संकट बढ़ गया है। इससे कई क्षेत्रों में गन्ना की फसल सूखने लगी है जिससे किसानों में अंसतोष बढ़ता जा रहा है।