iGrain India - मास्को । वर्ष 2023 में रूस से मसूर के निर्यात में मात्रा एवं आय की दृष्टि से लगभग दोगुनी बढ़ोत्तरी हुई और वैश्विक बाजार में इसकी भागीदारी बढ़ गई। तुर्की, भारत तथा ईरान जैसे देशों में रूस से मसूर का आयात बढ़ गया।
समीक्षाधीन वर्ष के दौरान रूस से मसूर का निर्यात दोगुना बढ़कर 2.97 लाख टन पर पहुंच गया जिससे 21.50 करोड़ डॉलर की शानदार आमदनी हुई। निर्यात में हुई इस शानदार बढ़ोत्तरी से न केवल वैश्विक बाजार में रूस के बढ़ते कदम का संकेत मिलता है बल्कि परम्परागत निर्यात देशों का बाजार भी छोटा पड़ने की संभावना है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार मसूर के उत्पादकों एवं निर्यातकों के लिए वर्ष 2023 का समय शानदार रहा जबकि इस दलहन के निर्यात में 2.4 गुणा की बढ़ोत्तरी हुई। इसी तरह निर्यात आय में भी 220 का भारी इजाफा दर्ज किया गया।
रूस अब वैश्विक निर्यात बाजार में धीरे-धीरे अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है और आने वाले समय में वह कनाडा तथा ऑस्ट्रेलिया जैसे- देशों को कड़ी टक्कर दे सकता है। कुछ देश रूसी मसूर की खरीद पर विशेष जोर दे रहे हैं जिसमें तुर्की एवं भारत भी शामिल है।
ईरान में भी इसका निर्यात तेजी से बढ़ रहा है। अभी तक भारत और तुर्की जैसे शीर्ष आयातक देश मुख्यत: कनाडा एवं ऑस्ट्रेलिया से मसूर खरीदते रहे हैं।
निर्यात प्रदर्शन बेहतर होने से रूसी किसानों को मसूर का उत्पादन बढ़ाने का प्रोत्साहन मिलेगा जिससे निर्यात में स्वाभाविक रूप से बढ़ोत्तरी हो जाएगी। रूस के रूप में एक नया विकल्प सामने आने से आगामी समय में मसूर के वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और कीमतों पर दबाव पड़ सकता है।