iGrain India - कुआलालम्पुर । मलेशिया में फरवरी 2024 के अंत में पाम तेल का बकाया अधिशेष स्टॉक घटकर गत सात माह के निचले स्तर पर आ गया। इसी तरह वहां पाम तेल का उत्पादन भी गत 10 माह में सबसे कम हुआ जिससे निर्यात में आने वाली गिरावट की भरपाई हो गई।
सरकारी संस्था- मलेशियन पाम ऑयल बोर्ड (एम्पोब) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी की तुलना में फरवरी की समाप्ति पर पाम तेल का स्टॉक 5 प्रतिशत घटकर 19.20 लाख टन रह गया जो जुलाई 2023 के बाद का न्यूनतम स्तर है।
इसी तरह मलेशिया में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का उत्पादन जनवरी के मुकाबले फरवरी में 10.18 प्रतिशत घटकर 12.60 लाख टन पर सिमट गया जो अप्रैल 2023 के बाद सबसे कम रहा।
उल्लेखनीय है कि इंडोनशिया के बाद मलेशिया दुनिया में पाम तेल का दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। फरवरी में उत्पादन एवं स्टॉक घटने के कारण बीएमडी एक्सचेंज, कुआलालम्पुर में पाम तेल के बेंचमार्क मूल्य को कुछ समर्थन मिलने की उम्मीद है जो वर्ष 2023 में 10 प्रतिशत नीचे आ गया था लेकिन चूंकि निर्यात प्रदर्शन भी कमजोर चल रहा है इसलिए पाम तेल की कीमतों में भारी इजाफा होना मुश्किल है।
इसके अलावा सोयाबीन तले एवं सूरजमुखी तेल का वैश्विक बाजार भाव भी नरम है और यह पाम तेल का प्रतिद्वंदी भी है इसलिए यदि सीपीओ के दाम में ज्यादा बढोत्तरी हुई तो आयातक सोया तेल एवं सूरजमुखी तेल की खरीद को प्राथमिकता दे सकते हैं। फरवरी में भारतीय आयातकों द्वारा पाम तेल के आयात में भारी कटौती कर दी गई।